Edited By Tanuja,Updated: 07 May, 2018 06:29 PM
एक तरफ पश्चिमी एशियाई देशों में में तनाव लगातार बढ़ रहा है और दूसरी तरफ आतंकी संगठनों ने क्षेत्र को अशांत बना रखा है। उधऱ इसराईल लगातार अपने खिलाफ मोर्चाबंदी कर रहे अरब देशों को धमकाता जा रहा है...
यरूसलम: एक तरफ पश्चिमी एशियाई देशों में में तनाव लगातार बढ़ रहा है और दूसरी तरफ आतंकी संगठनों ने क्षेत्र को अशांत बना रखा है। उधऱ इसराईल लगातार अपने खिलाफ मोर्चाबंदी कर रहे अरब देशों को धमकाता जा रहा है। इसी बीच इसराईल ने सोमवार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सीरिया अपनी धरती का इस्तेमाल ईरान को करने देना जारी रखता है तो वह सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद का ‘खात्मा’ कर देगा। इसराईल के इस बयान के बाद इलाके में तनाव और बड़े स्तर पर बढ़ सकता है।
दरअसल, इसराईल ईरान को अपना सबसे खतरनाक शत्रु मानता है और उसने उसे परमाणु बम बनाने या सीरिया में स्थायी उपस्थिति दर्ज कराने से रोकने के लिए लगातार प्रतिबद्धता जताई है। सीरिया के राष्ट्रपति असद को चेताते हुए इसराईल के ऊर्जा मंत्री युवल स्टेनित्ज ने कहा, ‘अगर असद ईरान को सीरिया की धरती से काम करते रहने देते हैं तो इसराईल उनको खत्म कर देगा और उनका शासन समाप्त कर देगा।’ एक अनुमान के मुताबिक सीरिया में ईरान के लगभग 70,000 लड़ाके और 1,00,000 से ज्यादा मिसाइलें और रॉकेट मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के करीबी सहयोगी स्टेनित्ज ने कहा,‘ अगर असद सीरिया को हमारे खिलाफ ईरान का अग्रिम मोर्चा बनने देते हैं, हमारे ऊपर सीरिया की धरती से हमला होने देते हैं तो उन्हें जानना चाहिए कि यह उनका खात्मा होगा।’ उन्होंने कहा, ‘यह अस्वीकार्य है कि असद अपने महल में बैठे रहें और अपनी सरकार चलाते रहें जबकि सीरिया को इसराईल के खिलाफ हमले का ठिकाना बनने दें।’ स्टेनित्ज ने यह बयान उन खबरों के बाद दिया है जिनमें कहा गया है कि ईरान इसराईल पर हमले की योजना बना रहा है।