Edited By Tanuja,Updated: 30 May, 2018 03:53 PM
जापान जाने वाले पर्यटकों के लिए राहत की खबर है। अब जापान के 77 हजार मंदिरों या बौद्ध मठों में आने वाले पर्यटकों को रात में रुकने की सुविधा मिल सकेगी। यह नए नियम में बदलाव के बाद संभव हो पाएगा...
टोक्योः जापान जाने वाले पर्यटकों के लिए राहत की खबर है। अब जापान के 77 हजार मंदिरों या बौद्ध मठों में आने वाले पर्यटकों को रात में रुकने की सुविधा मिल सकेगी। यह नए नियम में बदलाव के बाद संभव हो पाएगा। अब तक जापानी मंदिरों में बहुत कम जगहों पर ही रहने के लिए कमरे दिए जाते थे, जिन्हें शुकुबो के नाम से जाना जाता था।
शुकुबो में आमतौर पर सोने की जगह और शाकाहारी बौद्ध व्यंजन परोसा जाता था, जिसका मकसद तीर्थयात्रियों या एडवेंचर टूरिस्ट्स को टार्गेट करना था। जापान के 77,000 मंदिरों को व्यावसायिक आवास के रूप में इस्तेमाल करने पर अभी तक प्रतिबंध लगा हुआ था। मगर, 15 जून से आवासीय आवास से संबंधित नए कानून के लागू होने के बाद वे भी अपने कमरे किराए पर दे सकेंगे।
ओसाका स्थित एक पर्यटन कंपनी के दिगाम की उपज तराहकू के जरिए कंप्यूटर या स्मार्टफोन से मंदिर में रहने के लिए कमरे को एक क्लिक पर बुक कर सकेंगे। कंपनी ने एयरबीएनब और बुकिंग डॉट कॉम के साथ साझेदारी की है, ताकि यूजर लिस्टिंग में रिसर्च कर सकें और अंग्रेजी में आरक्षण कर सकें। माना जा रहा है कि बौद्ध मंदिरों में एक रात रुकने की दर लगभग 10,000-20,000 येन (7000 से लेकर 14 हजार रुपए) के बीच होगी।
जुलाई में लॉन्च होने पर साइट पर लगभग 100 मंदिरों की लिस्ट दिखेगी, जिसमें सातवीं शताब्दी का प्रसिद्ध बौद्ध परिसर मी-डेरा भी रहने के लिए मिल सकेगा। यह क्योटो से बहुत दूर नहीं है। अगले तीन सालों में इस लिस्ट को 1,000 तक बढ़ाने की योजना है। मंदिरों में आवास की पेशकश के अलावा, कई मंदिर बौद्ध जीवन के बारे में करीब से जानने का मौका भी पर्यटकों को मिलेगा।