Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2018 10:02 PM
ईरान के बड़े नेता अयातुल्ला अली खमैनी ने शनिवार को ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी के उस बयान का समर्थन किया जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके तेल निर्यात को रोका जाता है तो ईरान खाड़ी देशों के तेल निर्यात को बंद कर सकता है। खमैनी ने अपनी आधिकारिक...
तेहरान: ईरान के बड़े नेता अयातुल्ला अली खमैनी ने शनिवार को ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी के उस बयान का समर्थन किया जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके तेल निर्यात को रोका जाता है तो ईरान खाड़ी देशों के तेल निर्यात को बंद कर सकता है।
खमैनी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा," राष्ट्रपति की टिप्पणी कि‘अगर ईरान का तेल निर्यात नहीं होता है तो किसी क्षेत्रीय देश का तेल निर्यात नहीं होगा’एक महत्वपूर्ण टिप्पणी थी जो ईरान की नीति तथा दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करती है।"
उन्होंने अपने बयान में ईरान के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें ईरान के परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर वर्ष 2015 के अंतरराष्ट्रीय संधि से अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हटने के फैसले के बाद अमरीका के साथ वार्ता करने से इन्कार कर दिया था। खमैनी ने कहा, "शब्द और यहां तक की अमरीका के हस्ताक्षरों पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। अत: अमरीका के साथ वार्ता संभव नहीं है।"
उन्होंने कहा कि अमरीका के साथ वार्ता‘स्पष्ट गलती’होगी क्योंकि वह भरोसेमंद नहीं है। उल्लेखनीय है कि सभी देशों पर ईरान से तेल खरीदना बंद करने को लेकर अमरीका के दबाव तथा अन्य प्रयास किए जाने के बाद ईरान के पड़ोसी देशों ने इस महीने के शुरू में उसके तेल पोतों को रोकने की धमकी दी थी। इससे पहले ईरान के अधिकारियों ने होर्मुज जलमार्ग को बंद करने की धमकी दी थी। होर्मुज एक महत्वपूर्ण तेल पोत मार्ग है।