Edited By Pardeep,Updated: 05 Aug, 2018 11:10 PM
श्रीलंका के मत्ताला राजपक्षे अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (एमआरआईए) का परिचालन भारतीय परिचालक कंपनी को सौंपने के बारे में श्रीलंका सरकार सहमति ज्ञापन पत्र के मसौदे पर फिर से काम कर रही है। यह हवाईअड्डा हंबनटोटा में स्थित है। मीडिया खबर के अनुसार महिंद्रा...
कोलंबो: श्रीलंका के मत्ताला राजपक्षे अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (एमआरआईए) का परिचालन भारतीय परिचालक कंपनी को सौंपने के बारे में श्रीलंका सरकार सहमति ज्ञापन पत्र के मसौदे पर फिर से काम कर रही है। यह हवाईअड्डा हंबनटोटा में स्थित है।
मीडिया खबर के अनुसार महिंद्रा राजपक्षे सरकार ने चीन से ऊंची ब्याज पर ऋण लेकर इस हवाईअड्डे का निर्माण कराया था। लेकिन अभी यहां उड़ानों की संख्या कम होने के चलते इसे दुनिया का ‘सबसे खाली हवाईअड्डा’ कहा जाता है। आधिकारिक तौर पर इसका उद्घाटन मार्च 2013 में हुआ था और यहां से एक मात्र उड़ान उसी साल मई में हुई थी।
श्रीलंका सरकार ने फिर घोषणा की थी कि भारत के भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के साथ संयुक्त उपक्रम में वह इसका परिचालन करेगी। पिछले महीने सरकार ने भारतीय परिचालक से इस संबंध में उसके इस हवाईअड्डे को चलाने की कारोबारी योजना के बारे में एक रपट जमा करने को कहा था। इस संबंध में एक मसौदा समझौता दस्तावेज को हाल में श्रीलंका के मंत्रिमंडल के सामने रखा गया और श्रीलंकाई सरकार भारत सरकार के अनुरोध पर इस समझौते की शर्तों पर फिर से काम कर रही है।