Edited By shukdev,Updated: 21 Aug, 2018 09:18 PM
अमरीका को टक्कर देने के लिए चीन लगातार अपना वर्चस्व बढ़ा रहा है। लेकिन चीन की इस मंशा को मलेशिया ने जबरदस्त झटका दिया है। चीन वन बेल्ट वन रोड के जरिए मलेशिया में अपने उत्पादों के लिए बाजार बनाना चाहता है। मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने...
बीजिंग: अमरीका को टक्कर देने के लिए चीन लगातार अपना वर्चस्व बढ़ा रहा है। लेकिन चीन की इस मंशा को मलेशिया ने जबरदस्त झटका दिया है। चीन वन बेल्ट वन रोड के जरिए मलेशिया में अपने उत्पादों के लिए बाजार बनाना चाहता है। मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने स्पष्ट किया कि यह प्रोजेक्ट उनके देश के लिए फायदेमंद नहीं है।
मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने चीन यात्रा के दौरान वहां के अधिकारियों को स्पष्ट किया उनकी सरकार अपने यहां चीन की मदद से प्रस्तावित कुल 22 अरब डॉलर की तीन परियोजनाएं रद्द करेगी क्योंकि उनके कर्ज के उतारने का को रास्ता अभी नहीं दिखता। इन परियोजनाओं में मलेशिया के पूर्वी तट को दक्षिणी थाईलैंड और कुआलालंपुर से जोडऩे वाली रेल परियोजना तथा दो गैस पाइपलाइन परियोजनाएं शामिल हैं। चीन की पांच दिवसीय यात्रा के अंत में मताहिर ने कहा, कि मैंने चीनी नेताओं से स्पष्ट किया है क्योंकि हमें ईसीआरपीएल (पूर्वी तट रेल लिंक) नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसके लिए बहुत ज्यादा धन उधार लेने की जरूरत होगी , उसका बोझ हम नहीं उठा सकते, भुगतान नहीं कर सकते हैं और मलेशिया को इस समय इन परियोजनाओं की जरूरत नहीं है, फिलहाल हमारी समस्या है कैसे वित्तीय घाटे को कम किया जाए। मताहिर इन दिनों राष्ट्रीय कर्ज को कम करने का प्रयास कर रहे हैं, जो कि कुछ 250 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। चीन के प्रधानमंत्री ली क्यांग से सोमवार को मुलाकात के बाद मताहिर ने कहा कि उन्हें विश्वास है चीन मलेशिया की वित्तीय दिक्कतों को दूर करने में मदद करेगा।