Edited By Tanuja,Updated: 29 Aug, 2018 06:02 PM
दुनिया चाहे अब चांद पर पहुंच चुकी है और सूरज तक पहुंचने की तैयारी मे है लेकिन बावजूद इसके तक दुनिया के कुछ देशों में अभी भी बाबा आदम के जमाने की रिवातें निभाई जा रही हैं...
कुआलालंपुरः दुनिया चाहे अब चांद पर पहुंच चुकी है और सूरज तक पहुंचने की तैयारी मे है लेकिन बावजूद इसके तक दुनिया के कुछ देशों में अभी भी बाबा आदम के जमाने की रिवातें निभाई जा रही हैं। मलेशिया भी एेसे ही देशों में शामिल है। मलेशिया में लेस्बियन से संबंध बनाने पर यहां बेंत मारने की सजा दी जाती है। इसी महीने दो महिलाओं को बेंत मारने की सजा सुनाई गई थी।
इस सजा को क्रूर और अन्यायपूर्ण बताते हुए एम्नेस्टी इंटरनेशनल ने खत्म करने का अनुरोध किया है। भाषा के मुताबिक, शरिया अदालत ने महीने की शुरूआत में लेस्बियन सैक्स करने के प्रयास के दोषी 22 और 32 वर्षीय दो अज्ञात महिलाओं को छह बेंत मारने और अर्थ दंड की सजा सुनाई थी। पूर्वोत्तर राज्य तेरेन्गानु में जोड़े को कल बेंत मारे जाने थे, लेकिन कुछ कारणों से इसे 3 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इस संबंध में प्रतिक्रिया के लिए अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका है।
एम्नेस्टी की मलेशियाई निदेशक ग्वेन ली ने कहा कि सिर्फ देरी पर्याप्त नहीं है। ली ने एक बयान में कहा, हमें खुशी है कि इन दो महिलाओं को मिली क्रूर और अन्यायपूर्ण सजा कल पूरी नहीं हो पाई। उन्होंने कहा- सिर्फ देरी पर्याप्त नहीं है। दोनों महिलाओं को मिली सजा तुरंत बिना किसी शर्त के रद्द कर दी जानी चाहिए। इस अन्याय को हमेशा-हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाना चाहिए।