Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jul, 2017 12:56 PM
पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की तरफ से पनामा पेपर लीक मामले में षी ठहराने व प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य करार देने के बाद नवाज को ...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की तरफ से पनामा पेपर लीक मामले में षी ठहराने व प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य करार देने के बाद नवाज को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। माना जा रहा है कि उनकी बेटी मरियम की ने ही नवाज की लुटिया डुबोई है । इस मामले में शरीफ के परिवार के विदेश में संपत्ति अर्जित करने के आरोपों की जांच करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जेआईटी का गठन किया था।
JIT ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट अदालत को सौंप दी थी। माना जा रहा है कि नवाज शरीफ की बेटी मरियम की एक गलती के कारण ही नवाज को प्रधानमंत्री पद से हाथ धोना पड़ा। दरअसल अदालत की तरफ से गठित JIT को नवाज की बेटी मरियम ने गुमराह करने की कोशिश की थी। मरियम ने पनामा गेट से जुड़े जो दस्तावेज भेजे थे वो कैलिबरी फॉन्ट में टाइप थे और साल 2006 के थे, जबकि कैलिबरी फॉन्ट 31 जनवरी 2007 से पहले व्यावसायिक प्रयोग के लिए उपलब्ध नहीं था। यही गलती नवाज के लिए आजीवन मुसीबत का कारण बन गई।
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से दोषी पाए जाने के बाद नवाज शरीफ पर अब आपराधिक मामला चलेगा। इसके बाद वह आजीवन चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।नवाज के बेटों हुसैन और हसन के अलावा बेटी मरियम नवाज पर आरोप था कि उन्होंने टैक्स हैवन माने जाने वाले ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में कम से कम चार कंपनियां शुरू कीं। इन कंपनियों से इन्होंने लंदन में छह बड़ी प्रॉपर्टीज खरीदी। इतना ही नहीं शरीफ फैमिली ने इन प्रॉपर्टीज को गिरवी रखकर डॉएचे बैंक से करीब 70 करोड़ रुपए का लोन लिया। इसके अलावा, दूसरे दो अपार्टमेंट खरीदने में बैंक ऑफ स्कॉटलैंड ने उनकी मदद की थी।