Edited By Tanuja,Updated: 21 Oct, 2020 12:41 PM
पाकिस्तान के पाक अधिकृत कश्मीर में दमनकारी नीतियों के चलते यहां के लोगों ने इमरान सरकार और सेना के खिलाफ बागत कर दी है। पिछले 10 दिनों ...
पेशावरः पाकिस्तान के पाक अधिकृत कश्मीर में दमनकारी नीतियों के चलते यहां के लोगों ने इमरान सरकार और सेना के खिलाफ बागत कर दी है। पिछले 10 दिनों से गिलगित-बाल्टिस्तान के हुंजा शहर में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान में इस बार ये रोष इस्लामाबाद के खिलाफ बोलने वाले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को बंदी बनाने के खिलाफ है। राजनीतिक बंदियों की रिहाई और हुंजा शहर पर कब्जे को लेकर गिलगित-बाल्टिस्तान में हजारों लोगों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार सालों से अवैध सजा काट रहे राजनीतिक कैदियों की जल्द से जल्द रिहाई करे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यहां के प्रदर्शनों की खबरों को मीडिया में जगह नहीं दी जा रही है। इसके अलावा, यहां रिपोर्टिंग करने पर रोक भी लगाई गई है। इन बातों से यह साफ होता है कि पाकिस्तान नहीं चाहता है कि उसका असली चेहरा दुनिया के सामने आए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनका विरोध का दायरा बड़ा हो गया है, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया द्वारा पक्षपातपूर्ण कवरेज के कारण बाहरी लोगों को इस बारे में पता नहीं चल रहा है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनका विरोध इस समय अनिश्चितकालीन है और वे किसी भी प्रशासनिक प्रोत्साहन या जबरदस्ती को स्वीकार नहीं करेंगे। वे सिर्फ अपने साथी नागरिकों को रिहा करवाना चाहते हैं। विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि इस बार प्रदर्शन अनिश्चितकालीन चलने वाला है, इसलिए सरकार राजनीतिक कैदियों को रिहा करने पर शीघ्र निर्णय ले।