Edited By ,Updated: 23 May, 2016 11:30 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी 2 दिन की महत्वपूर्ण ईरान यात्रा पर हैं । पीएम कल (रविवार) तेहरान पहुंचे । तेहरान में पीएम मोदी ...
तेहरान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी 2 दिन की महत्वपूर्ण ईरान यात्रा पर हैं । पीएम कल (रविवार) तेहरान पहुंचे । तेहरान में पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया । पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी से मुलाकात की । अपनी 2 दिवसीय यात्रा के दौरान पीएम मोदी का आज (सोमवार) ईरान की राजधानी तेहरान में ऑफिशियल वेलकम करते हुए उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान जन-गण-मन गूंजता रहा। मोदी और रोहानी की बीच आज ही हाई लेवल बातचीत भी होगी ।
चाबहार पोर्ट का मुद्दा सबसे महत्वपूर्ण
पीएम मोदी आज (सोमवार) ईरान के साथ व्यापार, निवेश और ऊर्जा के क्षेत्र में द्विपक्षीय रिश्ते को और ऊंचाई पर ले जाने के लिए समझौते करेंगे । उनकी इस यात्रा के दौरान रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ईरान के चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है । मोदी इस यात्रा के दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनी से भी मिलेंगे । मोदी बीते 15 साल में ईरान की यात्रा पर आने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं । ऊर्जा संपन्न ईरान की अपनी पहली यात्रा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी इस खाड़ी देश की यात्रा का मकसद प्रतिबंध के बाद उसके साथ संपर्क, व्यापार, निवेश तथा ऊर्जा भागीदारी को मजबूत करना है ।
मोदी ने अपनी यात्रा से पहले ट्वीटर पर कई संदेशों के जरिए कहा कि कनेक्टिविटी बढ़ाना, व्यापार, निवेश, ऊर्जा भागीदारी, संस्कृति तथा लोगों का लोगों के साथ संपर्क हमारी प्राथमिकता है । मोदी ने कहा कि रूहानी तथा ईरान के शीर्ष नेता के साथ उनकी बैठकों से हमारी रणनीतिक भागीदारी को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा । उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति रूहानी तथा ईरान के सम्मानित शीर्ष नेता के साथ हमें रणनीतिक भागीदारी को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा ।’
भारत-ईरान से तेल आयात दोगुना करने पर विचार
चाबहार बंदरगाह के पहले चरण के विकास के लिए समझौते पर हस्ताक्षर के साथ-साथ भारत-ईरान से तेल आयात दोगुना करने की भी सोच रहा है । कुछ साल पहले ईरान उसका दूसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता था । इसके साथ ही वह ईरान में एक विशाल गैस क्षेत्र के विकास के लिए अधिकार हासिल करना चाहता है । चाबहार बंदरगाह पर हस्ताक्षर के समय भारत के सड़क परिवहन, राजमार्ग व पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहेंगे । चाबहार दक्षिण-पूर्व ईरान का बंदरगाह है । इसके जरिए भारत को पाकिस्तान से होकर गए बिना ही अफगानिस्तान तक पहुंचने का रास्ता मिल सकेगा। अफगानिस्तान के साथ भारत के नजदीकी सुरक्षा और आर्थिक संबंध हैं ।
मोदी ने कहा कि वह उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी इस यात्रा के दौरान चाबहार पर करार पूरा हो जाएगा । प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत और ईरान के बीच सभ्यताकालीन संबंध हैं और क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता तथा समृद्धि के लिए दोनों के साझा हित हैं ।’ मोदी भारत-ईरान संबंधों पर ‘पुनरावलोकन तथा संभावना’ सम्मेलन का भी उद्घाटन करेंगे । मोदी ने कहा, ‘मैं राष्ट्रपति रूहानी के आमंत्रण पर आज और कल अपनी ईरान यात्रा को लेकर उत्साहित हूं ।’