Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 09:20 PM
दीना जिन्ना की इकलौती संतान थीं। उनका जन्म 15 अगस्त 1919 में लंदन में हुआ था
इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की बेटी दीना वाडिया का गुरुवार को 98 साल की उम्र में निधन हो गया। दीना जिन्ना की इकलौती संतान थीं। उनका जन्म 15 अगस्त 1919 में लंदन में हुआ था। परिवारिक सूत्रों के मुताबिक, दीना ने लंदन में ही अपनी अंतिम सांसे ली।
मां के देहांत के बाद पिता रहीं दूर
दीना जिन्ना या दीना वाडिया मुहम्मद अली जिन्ना की एक मात्र संतान थीं। दीना के पैदा होने से ठीक पहले जिन्ना अपनी पत्नी के साथ लंदन के एक थिएटर में फिल्म देख रहे थे। हालांकि बाद के दिनों में जिन्ना ने अपनी पत्नी और बेटी दोनों को छोड़ दिया। दरअसल जिन्ना को अपनी मुस्लिम छवि का डर सता रहा था। जिन्ना का वैवाहिक जीवन बहुत नाजुक और बेहद छोटा रहा। उन्होंने अपनी मुस्लिम छवि के चलते अपनी पारसी पत्नी रति से दूरी बना ली। कई इतिहासकारों के मुताबिक, जिन्ना की राजनीतिक महत्वाकांक्षा ही उनका विवाह के टूटने का कारण रही। जिन्ना की पत्नी की जब मौत हुई तो उस वक्त दीना महज 10 साल की थीं।
दीना के प्यार पर जिन्ना को थी अपत्ति
1920 के आस-पास जिन्ना एक मुसलमान नेता के तौर पर तेजी से आगे बढ़ रहे थे। उधर दीना अपनी मां के साथ एक गुमनामी भरी जिंदगी जी रहीं थीं। हालांकि रति जिन्ना एक खुले खयालों वाली महिला थीं इसलिए उन्होंने अपनी बेटी को भी खुले माहौल में पाला। इसी खुलेपन की वजह से दीना की जिंदगी में जब एक गैर मुस्लिम आया तो वह उसे स्वीकार करने में पीछे नहीं हटीं। हालांकि अपनी छवि के चलते जिन्ना के अपनी बेटी के इस प्यार पर आपत्ति थी।
एेसी थी दीना वाडिया की लव स्टोरी
पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून के एक ब्लॉग के मुताबिक, 1936 में दीना की मुलाकात पारसी बिजनेसमैन नेविली वाडिया से हुई। नेविली वाडिया उस दौर के मशहूर टेक्सटाइल इंडस्ट्रियलिस्ट नैस वाडिया के बेटे थे। नेविली का परिवार पारसी था। हांलांकि उनकी मां एक क्रिश्चियन थीं। ब्रिटेन में पैदा हुए नेविली दीना को अपने रंग-ढंक के लगे और दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया।