Edited By Tanuja,Updated: 16 Oct, 2018 06:27 PM
मेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का चंद्र एक्स-रे ऑब्जर्वेटरी जो पिछले हफ्ते सेफ मोड में चला गया था , एक बार फिर से काम करने लगा है...
वाशिंगटनः अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का चंद्र एक्स-रे ऑब्जर्वेटरी जो पिछले हफ्ते सेफ मोड में चला गया था , एक बार फिर से काम करने लगा है। नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक सुब्रमण्यम चंद्रशेखर के नाम पर रखे गए इस टेलीस्कोप को अंतरिक्ष में उच्च ऊर्जा वाले प्रकाश जैसे एक्स रे आदि के अध्ययन के लिए 1999 में लांच किया गया था।
शुरुआत में इस मिशन की अवधि पांच साल ही तय हुई थी लेकिन यह बीते 19 सालों से महत्वपूर्ण शोधों का हिस्सा रहा है। 10 अक्टूबर को गायरोस्कोप (किसी भी यान की स्थिति या ओरिएंटेशन के लिए जिम्मेदार यंत्र) बंद होने के कारण आई तकनीकी खराबी से यह सेफ मोड में चला गया था। वैज्ञानिकों ने खराब हुए गायरोस्कोप को बदल दिया है। कुछ परीक्षणों के बाद इस हफ्ते के अंत तक चंद्र अपना वैज्ञानिक ऑपरेशन शुरू कर देगा।
इससे पहले पांच अक्टूबर को नासा का हबल स्पेस टेलीस्कोप भी तीन में से एक गायरोस्कोप के बंद पड़ने के कारण सेफ मोड में चला गया था। वैज्ञानिक उसे भी दुरस्त करने में जुटे हैं। बता दें कि पृथ्वी का वायुमंडल एक्स-रे को सोख लेता है जिस कारण धरती के टेलीस्कोप उसकी पहचान नहीं कर पाते हैं। उन एक्स-रे की पहचान के लिए ही नासा ने चंद्र और हबल जैसे टेलीस्कोप को लांच किया था।