Edited By ,Updated: 21 Jul, 2016 11:59 AM
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मुस्लिम बहुल आबादी वाले पश्चिमी चीन की एक मस्जिद का दौरा करते हुए कहा कि चीन के मुस्लिमों...
बीजिंग : चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मुस्लिम बहुल आबादी वाले पश्चिमी चीन की एक मस्जिद का दौरा करते हुए कहा कि चीन के मुस्लिमों को सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देना चाहिए और विदेशी उग्रपंथियों को देश में अलगाववाद को बढ़ावा देने से रोकना चाहिए।
चीन में करीब दो करोड़ 10 लाख मुस्लिम है जो हिंसाग्रस्त पश्चिम प्रांत शिनजियांग से हुई तक फैले हुए है। चीन का संविधान धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी देता है लेकिन मानवाधिकार समूहों का कहना है कि अनिश्वरवादी सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगाती है विशेषकर मुस्लिमों पर।
चीन इन आरोपों का खंडन करता है। चीन के सरकारी समाचार पत्र में आज प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार श्री चिनफिंग ने करीब 20 लाख 40 हजार हुई मुस्लिम बहुल ङ्क्षनगशिया का दौरा करते हुए कहा कि मुस्लिमों को चीन के समाज के हिस्से के तौर पर अपने धर्म को मानना चाहिए और देशभक्ति की परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने कहा, हमारे देश में धर्म स्थानिक है और विदेश से आए लोग भी 5000 वर्ष पुरानी चीनी सभ्यता में रच बस गए है और वे देश को समृद्ध बनाते जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को विदेशी उग्रपंथियों को देश में अलगाववाद को बढ़ावा देने से रोकना चाहिए और धार्मिक तथा सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देना चाहिए।
चीन की सरकार का कहना है कि वह विशेषकर शिनजियांग में इस्लामिक चरमपंथ का सामना कर रही है, जहां हाल के वर्षों में सैकड़ों लोग मारे गए। बीजिंग इसके लिए विदेशी चरमपंथियों को जिम्मेदार ठहराता है।
शिनजियांग में अलगाववादी अलग देश पूर्वी तुर्केस्तान की स्थापना करना चाहते हैं। कई मानवाधिकार समूह शिनजियांग में उग्रपंथी समूहों की मौजूदगी पर शंका जताते हैं। उनका कहना है कि हिंसा के लिए दमनकारी चीनी नीतियों को लेकर उइगर मुस्लिमों का गुस्सा जिम्मेदार है।