Edited By vasudha,Updated: 17 Dec, 2019 10:31 AM
ब्रिटिश आम चुनाव में भारी जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ब्रेक्जिट के पहले पड़ाव के तहत नए कार्यकाल में कार्यभार संभाल लिया। माना जा रहा है कि इस हफ्ते वह मंत्रिमंडल और यूरोपीय संघ से ब्रिटेन को अलग करने की योजना सार्वजनिक कर...
लंदन: ब्रिटेन आम चुनाव में भारी जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ब्रेक्जिट के पहले पड़ाव के तहत नए कार्यकाल में कार्यभार संभाल लिया। माना जा रहा है कि इस हफ्ते वह मंत्रिमंडल और यूरोपीय संघ से ब्रिटेन को अलग करने की योजना सार्वजनिक कर देंगे। इसी बीच ब्रिटिश मुस्लिमों ने अपनी ‘निजी सुरक्षा’ को लेकर डर के बीच ब्रिटेन छोडऩे की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
दरअसल जॉनसन पर इस्लामोफोबिया के आरोप लगते रहे हैं और वह अगले 5 साल तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे। ‘मैट्रो डॉट को डॉट यू.के.’ ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि मुस्लिम बराका फूड एड चैरिटी के प्रमुख मंजूर अली, जो मैनचेस्टर में गरीब लोगों के लिए फूड पार्सल मुहैया करवाते हैं, उन लोगों में से एक हैं जिनका कहना है कि वह अपने बच्चों के भविष्य को लेकर आशंकित हैं।
उत्तर लंदन की एक आईटी सलाहकार ईडान ने कहा कि वह दिसंबर 12 के आम चुनाव में जॉनसन की जबरदस्त जीत के बाद बहुत डरी हुई हैं, विशेष रूप से पूर्व में हमले का शिकार होने के बाद, जब उनके सिर पर से उनके स्कार्फ को नोचकर फाड़ दिया गया था और लोगों ने उन्हें सरेआम आतंकवादी कहा था। बता दें कि पूर्व में की गईं कई विवादास्पद टिप्पणियों के बाद जॉनसन पर इस्लामोफोबिया और नस्लवादी होने का आरोप लगाया जाता रहा है। प्रधानमंत्री ने 2005 में 'स्पेक्टेटर' के एक लेख में अपनी टिप्पणी में कहा था कि जनता का इस्लाम से डरना स्वभाविक है।