Edited By Pardeep,Updated: 02 Jun, 2019 03:40 AM
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शनिवार को कहा कि रोहिंग्याओं की अपनी मातृभूमि उत्तरी राखिन में सम्मानजनक वापसी अभी भी अनिश्चित है क्योंकि म्यांमार उनकी वापसी के लिए उचित माहौल बनाने के अपने वादे को निभाने में लगातार विफल रहा। बांग्लादेश की...
ढाकाः बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शनिवार को कहा कि रोहिंग्याओं की अपनी मातृभूमि उत्तरी राखिन में सम्मानजनक वापसी अभी भी अनिश्चित है क्योंकि म्यांमार उनकी वापसी के लिए उचित माहौल बनाने के अपने वादे को निभाने में लगातार विफल रहा।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शुक्रवार को ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन मक्का अल मुकरर्म के 14वें शिखर सम्मेलन के दौरान एशिया ग्रुप की ओर से बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ने म्यांमार के जबरन विस्थापित 11 लाख रोहिंग्या मुसलमानों को शरण दी है। उन्होंने कहा कि उनकी मातृभूमि में वापसी अब अनिश्चित हो गई है।
हसीना ने अपने कानूनी अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में रोहिंग्या मामले की सुनवाई शुरू करने के लिए ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन से समर्थन मांगा। उन्होंने कहा कि अबू धाबी में विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में रोहिंग्याओं के कानूनी अधिकारों को सुनिश्चित करने का रास्ता बना।