Edited By Tanuja,Updated: 03 Feb, 2021 03:15 PM
म्यांमार में सेना के तख्तापलट के खिलाफ जनता का गुस्सा अब सामने आने लगा है और लोग इसके विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। यहां आम जनता द्वारा हार्न और ढोल बजाकर ...
इंटरनेशनल डेस्कः म्यांमार में सेना के तख्तापलट के खिलाफ जनता का गुस्सा अब सामने आने लगा है और लोग इसके विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। यहां आम जनता द्वारा हार्न और ढोल बजाकर विरोध करने के बाद अब डाक्टर भी बगावत पर उतर आए हैं। जगह-जगह सेना के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इन विरोध प्रदर्शनों में जनता के साथ अब मेडिकल स्टाफ भी शामिल हो गया है। 30 शहरों में 70 अस्पतालों में काम करने वाले चिकित्सा विभागों के कर्मचारियों ने बुधवार को तख्तापलट के विरोध में अपना काम करना बंद कर दिया है।
तख्तापलट का विरोध कर रहे लोगों ने कहा है कि सेना ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान कठिनाइयों का सामना कर रही एक कमजोर आबादी के ऊपर अपने हितों को थोपा है। कोरोना वायरस से म्यांमार में अबतक 3,100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। समूह ने बयान में कहा, 'हम नाजायज सैन्य शासन के किसी भी आदेश को मानने से इंकार करते हैं। '
यांगून के एक डॉक्टर ने बताया, 'मैं चाहता हूं कि सैनिक अपने स्थानों पर वापस जाएं, इसलिए हम डॉक्टर अस्पतालों में नहीं जा रहे हैं। मेरे पास समय सीमा नहीं है कि मैं कब तक इस हड़ताल को जारी रखूंगा। यह स्थिति पर निर्भर करता है। छात्र और युवा समूह भी इस अभियान में शामिल हो गए हैं।