Edited By Tanuja,Updated: 14 Nov, 2018 03:51 PM
आने वाले 25 सालों में इंसानों को मंगल ग्रह पर बसेरा होगा। ये मानना है अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का । अभी तक मंगल पर इंसान के रहने की सबसे बड़ी चुनौती वहां का वातावरण है...
न्यूयार्कः आने वाले 25 सालों में इंसानों को मंगल ग्रह पर बसेरा होगा। ये मानना है अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का । अभी तक मंगल पर इंसान के रहने की सबसे बड़ी चुनौती वहां का वातावरण है। नासा के पूर्व एस्ट्रोनॉट टॉम जोन्स ने बताया कि इस समस्या का हल निकालने के लिए अभी तक जो बजट नासा के पास है या इससे थोड़े बढ़े हुए बजट के साथ भी मंगल ग्रह पर बसने के लिए 25 साल लग जाएंगे।
अभी तक की रॉकेट टेक्नोलॉजी के अनुसार मंगल तक पहुंचने में करीब 9 महीने लग जाते हैं। इतने लंबे समय तक ज़ीरो ग्रैविटी के रहने की वजह से आंखों की रोशनी जा सकती है। इसके अलावा ज़ीरो ग्रैविटी की वजह से हड्डियों की कैल्शियम घुलनी शुरू जाती है जिससे हड्डियां कमज़ोर हो जाती हैं।
मंगल ग्रह का ग्रैविटेशन धरती की तुलना में एक तिहाई है। वैज्ञानिक इस समस्या से निपटने का रास्ता खोज रहे हैं। इसका एक तरीका ये है कि मंगल तक पहुंचने के समय को कम किया जाए।इसके अलावा एक्सपर्ट्स यह भी खोज रहे हैं कि कैसे कॉस्मिक रेडिएशन और सौर लपटों से बचा जा सके।