Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 04:24 PM
अमरीकी स्पेस एजैंसी नासा (नैशनल एरनॉटिक्स स्पेस ऐडिमिनिस्ट्रेशन) मंगल ग्रह के वातावरण में नई व बड़ी उपलब्धि की तैयारी कर रहा है...
वॉशिंगटनः अमरीकी स्पेस एजैंसी नासा (नैशनल एरनॉटिक्स स्पेस ऐडिमिनिस्ट्रेशन) मंगल ग्रह के वातावरण में नई व बड़ी उपलब्धि की तैयारी कर रहा है झी हां नासा अब इस लाल गृह पर ऑक्सीजन बनाने की योजना बना रहा है। इसके लिए साल 2020 में 'रोवर' नाम के मिशन के तहत वैज्ञानिक मंगल पर सूक्ष्मजीव भेजेंगे।
उसका इरादा साल 2020 में मंगल पर अपना अगला रोबॉट उतारने का है। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि मंगल पर कुछ खाने के बाद सूक्ष्मजीव ऑक्सीजन निकालेंगे। अगर यह प्रयोग कामयाब होता है तो भविष्य में मंगल पर इंसानों के बसने की कल्पना को सच करने की कोशिशों की तरफ यह बड़ा कदम होगा।
इस समय मंगल पर ऑक्सीजनकी मात्रा केवल 0.13 प्रतिशत है, जबकि कार्बन डाइऑक्साइड 95 प्रतिशत है। इसके अलावा नाइट्रोजन और आरगॉन भी निम्न मात्रा में मौजदू हैं। इसकी तुलना में पृथ्वी के वातावरण में 78 प्रतिशत नाइट्रोजन और 21 प्रतिशत ऑक्सिजन मौजूद है। साथ ही अन्य मूलतत्व भी यहां मिलते हैं।