Edited By Tanuja,Updated: 12 May, 2018 03:06 PM
अपने मिशन 2020 के तहत अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा मंगल ग्रह पर मिनी-हेलीकॉप्टर भेजेगा। इसका उद्देश्य ग्रह पर नवीनतम पीढ़ी से रोवर लगाने का लक्ष्य है। यह पहली बार होगा जब किसी और ग्रह पर इस तरह का विमान भेजा जाएगा...
वॉशिंगटनः अपने मिशन 2020 के तहत अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा मंगल ग्रह पर मिनी-हेलीकॉप्टर भेजेगा। इसका उद्देश्य ग्रह पर नवीनतम पीढ़ी से रोवर लगाने का लक्ष्य है। यह पहली बार होगा जब किसी और ग्रह पर इस तरह का विमान भेजा जाएगा। नासा ने कहा कि ये एक लघु, मानव रहित ड्रोन जैसा हेलिकॉप्टर होगा, जो लाल ग्रह की हमारी समझ को और बढ़ावा दे सकता है। इसे 'मंगल हेलिकॉप्टर' के रूप में जाना जाएगा।
इसका वजन करीब चार पाउंड यानी 1.8 किलोग्राम से कम होगा। नासा के मुताबिक इस विमान का ढांचा एक गेंद जैसा होगा। इसके ब्लेड तकरीबन 3000 आरपीएम की गति से घूमेंगे, जो कि पृथ्वी पर चल रहे हेलिकॉप्टर की तुलना में 10 गुना तेज है। नासा के अधिकारियों ने बताया कि रोटरक्राफ्ट लाल ग्रह की सतह पर एक गाड़ी के आकार के यान के साथ जाएगा। हेलिकॉप्टर को सतह पर छोड़ने के बाद यह यान एक सुरक्षित दूरी से निर्देश देता रहेगा।
नासा ने बताया कि पृथ्वी पर नियंत्रक इस हेलिकॉप्टर को तब मंगल के लिए रवाना करेंगे, जब इसकी बैटरियां चार्ज हो जाएंगी और परीक्षण पूरा हो जाएगा। 2020 मंगल मिशन के तहत इसे जुलाई 2020 में लॉन्च करने की योजना है और फरवरी 2021 तक स्थापित होने की उम्मीद जताई जा रही है।