Edited By Isha,Updated: 31 Oct, 2018 10:04 AM
अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का ग्रहों की खोज करने वाला केप्लर दूरबीन नौ साल की सेवा के बाद रिटायर होने वाला है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि 2,600 ग्रहों की खोज में मदद करने वाले केप्लर दूरबीन का ईंधन खत्म हो गया है इस
टैंपा (अमेरिका): अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का ग्रहों की खोज करने वाला केप्लर दूरबीन नौ साल की सेवा के बाद रिटायर होने वाला है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि 2,600 ग्रहों की खोज में मदद करने वाले केप्लर दूरबीन का ईंधन खत्म हो गया है इसलिए उसे रिटायर किया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि 2009 में स्थापित इस दूरबीन ने अरबों छुपे हुए ग्रहों से हमें अवगत कराया और ब्रह्मांड की हमारी समझ को बेहतर बनाया। नासा की ओर से जारी बयान के अनुसार, केप्लर ने दिखाया कि रात में आकाश में दिखने वाले 20 से 50 प्रतिशत तारों के सौरमंडल में पृथ्वी के आकार के ग्रह हैं और वे अपने तारों के रहने योग्य क्षेत्र के भीतर स्थित हैं।
इसका मतलब है कि वे अपने तारों से इतनी दूरी पर स्थित हैं, जहां इन ग्रहों पर जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण पानी के होने की संभावना है। नासा के एस्ट्रोफिजिक्स विभाग के निदेशक पॉल हट्ज का कहना है कि केप्लर का जाना कोई अनपेक्षित नहीं था। केप्लर का ईंधन खत्म होने के संकेत करीब दो सप्ताह पहले ही मिले थे। उसका ईंधन पूरी तरह से खत्म होने से पहले ही वैज्ञानिक उसके पास मौजूद सारा डेटा एकत्र करने में सफल रहे। नासा का कहना है कि फिलहाल केप्लर धरती से दूर सुरक्षित कक्षा में है।