Edited By ,Updated: 17 Apr, 2016 10:52 PM
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का लंदन में डेरा डालना कई सवाल पैदा कर रहा है। कहते हैं कि शरीफ किसी बीमारी के इलाज के लिए वहां गए हैं लेकिन ऐसी कौन सी बीमारी है जो उनके अपने देश में ठीक नहीं हो सकती। सबसे बड़ी बात वहां जाकर वह प्रेस कांफ्रेंस...
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का लंदन में डेरा डालना कई सवाल पैदा कर रहा है। कहते हैं कि शरीफ किसी बीमारी के इलाज के लिए वहां गए हैं लेकिन ऐसी कौन सी बीमारी है जो उनके अपने देश में ठीक नहीं हो सकती। सबसे बड़ी बात वहां जाकर वह प्रेस कांफ्रेंस भी कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि पनामा पेपर्स के आरोपों से घिरे होने के कारण भी उनका लंदन जाना किसी के गले नहीं उतर रहा। बताते हैं कि पांच दिन पहले शरीफ ने तय कार्यक्रम के तहत रोम जाना था।
रोम जाने से कुछ मिनट पहले ही पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ का कार्यक्रम बदल दिया गया। रोम जाने के बजाय नवाज शरीफ मॉस्को चले गए और वहां से लंदन पहुंच गए। हालांकि पाक मीडिया में सत्ता पलट की आशंका पर भी चर्चा चल रही है। इसके अलावा नवाज सरकार में नंबर-2 माने जाने वाले चौधरी निसार भी लंदन में डेरा डाले हुए हैं। उनके बाद तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान खान भी लंदन चले गए। वैसे पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के मुखिया आसिफ अली जरदारी के भी लंदन में ही होने की खबरें हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन भी देश से बाहर हैं। देश को कोई चला रहा है तो वे हैं सेनाध्यक्ष राहिल शरीफ।
किसी देश के इतने बड़े नेताओं का एकदम से देश से चले जाना ही समझा सकता है कि आखिर पाकिस्तान में हालात कैसे हैं। पाकिस्तानी मीडिया तो यहां तक चर्चा कर रहा है कि क्या ये नेता तख्तापलट से बचने के लिए तो कहीं देश से चले तो नहीं गए। क्या लंदन में रणनीति बना रहे हैं।
1999 में भी हुआ था तख्ता पलट
1999 में नवाज शरीफ जब श्रीलंका गए हुए थे तभी परवेज मुशर्रफ ने उनकी सरकार का तख्ता ही पलट दिया था। इसके बाद नवाज की 2008 में सत्ता में वापसी हुई। साल 2013 में पीएम बनने के बाद से ही उन्हें पाक सेना की तरफ से जबरदस्त दबाव झेलना पड़ रहा था।