Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Aug, 2017 12:31 PM
नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पद छोड़ने के लिए मजबूर किए जाने को लेकर न्यायपालिका को कोसते कहा कि यह पाकिस्तान के 20 करोड़ लोगों का अपमान है कि...
इस्लामाबाद : नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पद छोड़ने के लिए मजबूर किए जाने को लेकर न्यायपालिका को कोसते कहा कि यह पाकिस्तान के 20 करोड़ लोगों का अपमान है कि उनके द्वारा निर्वाचित नेता को एक ही झटके में पद से बेदखल कर दिया गया। पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ ने इस्लामाबाद से लाहौर तक ग्रैंड ट्रैंक रोड के जरिए अपनी यात्रा के दूसरे दिन समर्थकों से कहा आपने मेरे लिए वोट दिया और 5 माननीय जजों ने एक ही झटके में मुझे घर भेज दिया।
उन्होंने यह कहते हुए न्यायालय के आदेश की आलोचना की कि जजों ने कहा कि भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है। फिर उन्हें क्यों अयोग्य करार दिया गया जब गबन करने का कोई मामला ही नहीं है। शरीफ ने कहा, मैंने इसका फैसला इतिहास पर छोड़ दिया है। वहीं दूसरी ओर तानाशाहों को दशकों तक शासन करने की इजाजत दी गई और जजों ने उन्हें शासन करने दिया।