Edited By Tanuja,Updated: 15 Apr, 2018 10:57 AM
सीरिया में सैन्य हमले करने के कुछ घंटे बाद अमरीका, फ्रांस एवं ब्रिटेन ने इसकी जांच के लिए रविवार को संयुक्त राष्ट्र में नई मुहिम शुरू की।अमरीका और उसके दोनों सहयोगी देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक संयुक्त मसौदा प्रस्ताव जारी किया...
वाशिंगटन: सीरिया में सैन्य हमले करने के कुछ घंटे बाद अमरीका, फ्रांस एवं ब्रिटेन ने इसकी जांच के लिए रविवार को संयुक्त राष्ट्र में नई मुहिम शुरू की।अमरीका और उसके दोनों सहयोगी देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक संयुक्त मसौदा प्रस्ताव जारी किया।
इसमें निर्बाध मानवीय सहायता उपलब्ध कराने, युद्ध विराम लागू करने का आह्वान करते हुए संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में शांति वार्ताओं में सीरिया के शामिल होने की मांग की गई है। यह प्रस्ताव के तहत दोषियों की पहचान के उद्देश्य से सीरिया में रासायनिक हमलों के आरोपों के संबंध में स्वतंत्र जांच सुनिश्चितकी जाएगी।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में जांच के प्रस्ताव को बेअसर करने के लिए नवंबर में रूस 3 बार अपने वीटो का इस्तेमाल कर चुका है। जांच में यह पता चला था कि पिछले साल अप्रैल में सीरियाई बलों ने खान शेखून पर हमलों में नर्व एजेंट सरीन के इस्तेमाल किया था।
इसमें रासायनिक शस्त्र निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू ) को निर्देश दिया गया है कि वह 30 दिन के अंदर यह रिपोर्ट दे कि सीरिया ने अपने रासायनिक हथियार के जखीरे को पूरी तरह से खुलासा किया है या नहीं। परिषद को संबोधित करते हुए अमेरिकी दूत निक्की हेली ने कहा कि अमरीका आश्वस्त है कि सीरिया पर हुए सैन्य हमलों ने उसके रासायनिक हथियार कार्यक्रमों को नुकसान पहुंचाया