Edited By ,Updated: 06 Mar, 2017 11:12 AM
बोको हरम द्वारा अपना घर छोड़ने को मजबूर की गई हजारों महिलाओं ने शिविर के दौरे पर आए संरा सुरक्षा परिषद के दूतों के समक्ष प्रदर्शन कर जीने की बेहतर परिस्थितियों की मांग की...
नाइजीरिया: बोको हरम द्वारा अपना घर छोड़ने को मजबूर की गई हजारों महिलाओं ने शिविर के दौरे पर आए संरा सुरक्षा परिषद के दूतों के समक्ष प्रदर्शन कर जीने की बेहतर परिस्थितियों की मांग की। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दुनिया के सबसे खराब मानवाधिकार संकटों को और अधिक खराब करने के लिए स्थानीय प्राधिकरणों और सहायता एजेंसियों को दोषी ठहराया।
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इस संकट ने उत्तरपूर्वी नाइजीरिया को अकाल की कगार पर ला छोड़ा है। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि माइदुगुरि के निकट स्थित टीचर्स विलेज शिविर में रह रहे करीब 15,000 विस्थापित लोगों को जो सहायता मिलनी चाहिए थी, उसे स्थानीय सहायता एजैंसियां कहीं ओर भेज रही हैं। महिलाओं ने कल उस समय विरोध प्रदर्शन किया, जब संयुक्त राष्ट्र की इस निर्णायक संस्था के 15 दूत उत्तरपूर्व नाइजीरिया स्थित उनके शिविरों का निरीक्षण करने आए थे। ये महिलाएं विरोध प्रदर्शन के जरिये नाइजीरिया के लेक चाड क्षेत्र में करीब 2.1 करोड़ विस्थापित लोगों की ओर दुनिया का ध्यान खींचना चाहती थीं।
बता दें कि यहां पर हमेशा ही बोको हराम का आतंक बना रहता है। बीते साल दिसंबर माह के दौरान नाइजीरिया में अशांत पूर्वोत्तर के एक बाजार में 2 महिला आत्मघाती हमलावरों के हमले में 45 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 33 अन्य लोग घायल हुए थे। इससे पहले बोको हराम के जिहादियों ने उत्तरपूर्वी नाइजीरिया के 3 गावों में हमला करके 5 लोगों की हत्या कर दी थी और कई मकानों एवं खेतों में आग लगा दी थी। स्थानीय निवासियों ने यह जानकारी दी।