Edited By Pardeep,Updated: 10 Dec, 2018 12:45 AM
कांगो के डा. डैनिस मुकवेगे को युद्ध के दौरान यौन उत्पीडऩ को समाप्त करने की दिशा में उठाए गए कदम के लिए नोबेल पुरस्कार मिलने जा रहा है। उनका मानना है कि लैंगिक समानता स्थापित करने के प्रयास शांतिकाल में जरूर होने चाहिएं। मुकवेगे ने ‘मी टू’ जैसे...
ओस्लो: कांगो के डा. डैनिस मुकवेगे को युद्ध के दौरान यौन उत्पीडऩ को समाप्त करने की दिशा में उठाए गए कदम के लिए नोबेल पुरस्कार मिलने जा रहा है। उनका मानना है कि लैंगिक समानता स्थापित करने के प्रयास शांतिकाल में जरूर होने चाहिएं।
मुकवेगे ने ‘मी टू’ जैसे आंदोलनों की प्रशंसा की। युद्ध के दौरान दुष्कर्म पीड़िताओं का इलाज करने में योगदान के लिए मुकवेगे को सोमवार को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें और यजीदी कार्यकत्र्ता नादिया मुराद को संयुक्त रूप से देने की घोषणा की गई है। कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में युद्ध का दंश झेलने वाले पूर्वी हिस्से में मुकवेगे ने 1999 में पंजी अस्पताल स्थापित किया था, जहां उन्होंने हजारों महिलाओं और लड़कियों तथा छोटी बच्चियों का इलाज किया।