Edited By shukdev,Updated: 29 Aug, 2018 08:41 PM
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दलों द्वारा संयुक्त उम्मीदवार उतारने में विफल रहने पर बुधवार को तीन उम्मीदवारों के नामांकन पत्र स्वीकार कर लिए। ऐसे में उम्मीद है कि यह पद प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के उम्मीदवार के पास...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दलों द्वारा संयुक्त उम्मीदवार उतारने में विफल रहने पर बुधवार को तीन उम्मीदवारों के नामांकन पत्र स्वीकार कर लिए। ऐसे में उम्मीद है कि यह पद प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के उम्मीदवार के पास जा सकता है। खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने आरिफ अल्वी को उम्मीदवार बनाया है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की तरफ से एतजाज अहसन और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान मैदान में हैं।
राष्ट्रपति पद के लिए चार सितंबर को चुनाव होने हैं। मौजूदा राष्ट्रपति ममनून हुसैन का पांच साल का कार्यकाल नौ सितंबर को खत्म होगा। मुख्य निर्वाचन आयुक्त जस्टिस (सेवानिवृत्त) सरदार मोहम्मद रजा खान ने उम्मीदवारों के निर्वाचन आयोग के समक्ष पेश होने के बाद उनके नामांकन पत्रों की जांच की।पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के नेतृत्व वाली पीपीपी ने फैसला किया कि वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अहसन का नाम वापस नहीं लेगी जिसके बाद विपक्षी दल एक साझा उम्मीदवार खड़ा करने को लेकर बंट गए और आम राय नहीं बन सकी। पीएमएल-एन को अहसन के नाम को लेकर आपत्ति थी जिन्होंने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ और उनकी बीमार पत्नी कुलसुम के खिलाफ टिप्पणी की थी।