Edited By Tanuja,Updated: 16 Mar, 2019 01:48 PM
परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रं उत्तर कोरिया के किंग किम जोंग उन से 2 बार मुलाकात कर चुके हैं। लेकिन उत्तर कोरिया के नेता अमेरिका के साथ हो रही वार्ता की प्रगति से संतुष्ट नहीं है
वॉशिंगटन/प्योंगप्यांगः परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रं उत्तर कोरिया के किंग किम जोंग उन से 2 बार मुलाकात कर चुके हैं। लेकिन उत्तर कोरिया के नेता अमेरिका के साथ हो रही वार्ता की प्रगति से संतुष्ट नहीं है। इसी के चलते वह इसे रद्द भी कर सकता है। उत्तर कोरिया के वरिष्ठ राजनयिकों ने यहां तक कहा है कि अमेरिका गुंडों की तरह बर्ताव कर रहा है और इसके चलते हालात और भी खतरनाक हो सकते हैं।
इस बयान को परोक्ष रूप से किम जोंग-उन द्वारा दी जाने वाली धमकियों से जोड़कर देखा जा रहा है। उत्तर कोरियाई की उप-विदेश मंत्री चो सन हुई ने आरोप लगाया कि ‘अमेरिकी अधिकारियों की वजह से दोनों देशों के बीच दूसरे दौर की बातचीत बिना किसी नतीजे के खत्म हो गई, क्योंकि हम अमेरिका की मांग को किसी रूप में स्वीकार नहीं कर सकते, और जिस तरह से अमेरिकी पक्ष बातचीत कर रहा है उसे हम आगे भी नहीं बढ़ा सकते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘अमेरिका गुंडों की तरह बर्ताव कर रहा है, इससे हालात और भी खतरनाक हो सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अगर अमेरिका आर्थिक प्रतिबंधों से उत्तर कोरिया को राहत नहीं देता तो हमें मिसाइल और परमाणु परीक्षण रोकने के अपने फैसले पर भी पुनर्विचार करना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘अमेरिका और उत्तर कोरिया के शीर्ष नेताओं (डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग-उन) के बीच बातचीत रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ रही थी, लेकिन विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और वहां के एनएसए जॉन बोल्टन ने दोनों पक्षों के बीच अविश्वास का माहौल पैदा किया और वार्ता बेनतीजा खत्म हो गई।’ सियोल।
उत्तर कोरिया की उप-विदेश मंत्री चो सन हुई ने कहा कि किम जोंग-उन जल्द ही फैसला करेंगे कि क्या राजनयिक वार्ता को जारी रखें अथवा नहीं। वह मिसाइल प्रक्षेपण और परमाणु परीक्षण पर अपनी ओर से लगाई गई रोक को लेकर भी फैसला करने वाले हैं। चो ने कहा कि अमेरिकी नेताओं हनोई शिखर वार्ता में एक सुनहरा मौका को खो दिया। उन्होंने कहा कि जब तक अमेरिका कुछ उपायों पर अमल नहीं करता तब तक उत्तर कोरिया का इरादा कोई समझौता करने या वार्ता को जारी रखने का नहीं है।