Edited By Tanuja,Updated: 01 Aug, 2018 11:04 AM
सिंगापुर में हुई अमरीकी राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कुछ महीनों की खामोशी के बाद नॉर्थ कोरिया ने फिर अंतरमहाद्वीपीय बलिस्टिक मिसाइलें (ICBMs) बनानी शुरू कर दी हैं...
न्यूयॉर्कः सिंगापुर में हुई अमरीकी राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कुछ महीनों की खामोशी के बाद नॉर्थ कोरिया ने फिर अंतरमहाद्वीपीय बलिस्टिक मिसाइलें (ICBMs) बनानी शुरू कर दी हैं। जिससे लगता है कि कोरियाई क्षेत्र में शांति लाने की अमरीकी कोशिशें नाकाम होती दिख रही हैं। एक अमरीकी अधिकारी ने बताया कि नॉर्थ कोरिया नई मिसाइलें बना रहा है और उसका मिसाइल प्रोग्राम पहले की तरह ही जारी है।
प्योंगयांग के बारे में ताजा खुफिया जानकारी रखनेवाले अमरीकी अधिकारी ने कहा कि उसके (नॉर्थ कोरिया) रुख में कोई बदलाव नहीं दिखा है। अधिकारी ने जोर देकर कहा कि किम जोंग उन के नेतृत्व में नॉर्थ कोरियाई सरकार नए ICBMs बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। ऐसे में नॉर्थ कोरिया के परमाणु हथियारों को नष्ट करने और परमाणु कार्यक्रम को बंद करने की ट्रंप की रणनीति फेल होने की आशंका बढ़ गई है। नॉर्थ कोरिया ऐसे समय में अपने हथियारों का जखीरा बढ़ा रहा है जब उस पर संयुक्त राष्ट्र और अमरीका समेत कई देशों का दबाव और प्रतिबंध है।
पिछले साल तीन ICBMs और परमाणु परीक्षण के बाद उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे, पर उसकी गतिविधियों से साफ है कि यह सब बेअसर हो रहा है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में सैटलाइट से मिली तस्वीरों के आधार पर कहा गया है कि प्योंगयांग उसी सेंटर पर दो नई अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलें बना रहा है, जहां उसने हवासांग-15 समेत अपनी पहली लंबी दूरी की मिसाइलें बनाई थीं। नॉर्थ कोरिया का दावा है कि उसकी हवासांग-15 मिसाइल अमरीका के पूर्वी तट तक मार करने में सक्षम है।
रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि नॉर्थ कोरिया ने अमरीका को धोखा देने के लिए नई चाल चली है। वह अपनी रिसर्च फसिलटीज और वॉरहेड्स की संख्या को लेकर अमेरिका को गलत जानकारी दे रहा है। इसके साथ ही नॉर्थ कोरिया दावा भी करने लगा है कि उसने पूरी तरह से परमाणु हथियारों को नष्ट कर दिया है।