Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Oct, 2017 02:53 PM
हाल ही में वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीक इजाद की है जिससे व्यक्ति महज मुस्कुराकर एक दूसरे से बात कर सकेंगे।
सिडनीः हाल ही में वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीक इजाद की है जिससे व्यक्ति महज मुस्कुराकर एक दूसरे से बात कर सकेंगे। अमेरिका के बिंघमटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक ऐसा फ्रेमवर्क बनाया है जो रियल टाइम में बातचीत के लिए मुंह के इशारों की पहचान करेगा।
टीम ने कुछ छात्राओं के समूह पर इस तकनीक का इस्तेमाल किया है। इस तकनीक को जब छात्र के सिर पर लगाया जाता है तो ऐसा प्रतीत होता है कि वह साधारण गेम खेल रहा है। इस खेल का उद्देश्य है खिलाडि़यों का मागदर्शन करना है, ताकि वह जंगल के आप-पास ज्यादा से ज्यादा केक खा सके। खिलाड़ियों को किसी दिशा में जाने के लिए सिर हिलाकर और मुंह के इशारों का उपयोग करना होगा। वहीं, वह मुस्कुराकर केक खा सकेगा। यह तकनीक यूजर के मुंह के इशारों को समझ सकेगी।
बिंघमटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर लिजुन यीन ने बताया कि हमें उम्मीद है कि इस तकनीक का इस्तेमाल एक से अधिक या फिर दो लोगों पर किया जा सकता है। शोधकर्ताओं को विश्वास है कि इस तकनीक का इस्तेमाल कई क्षेत्रों में किया जा सकता है। यीन का कहना है कि आभासी दुनिया (वर्चुअल वर्ल्ड) केवल मनोरंजन के लिए नहीं है बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में विकलांग मरीजों की मदद के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि चिकित्सक या फिर सैन्य अधिकारी भी इस ट्रेनिंग में भाग लेते हैं और इसके बगैर असल जिंदगी में यह संभव नहीं है।