Edited By Tanuja,Updated: 05 Nov, 2018 02:22 PM
आपको जानकर हैरानी होगी कि अब डॉक्टर से पहले कुत्ते मलेरिया का पता लेंगे। सिर्फ इतना ही नहीं, इस पर बाकायदा एक रिसर्च भी जारी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कुत्तों को संक्रमित व्यक्ति के कपड़े सूंघकर मलेरिया...
लंदनः आपको जानकर हैरानी होगी कि अब डॉक्टर से पहले कुत्ते मलेरिया का पता लेंगे। सिर्फ इतना ही नहीं, इस पर बाकायदा एक रिसर्च भी जारी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कुत्तों को संक्रमित व्यक्ति के कपड़े सूंघकर मलेरिया का पता लगाने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन की डरहम यूनिवर्सिटी ने कुछ कुत्तों को मलेरिया डिटेक्ट करने की ट्रेनिंग दी है।
उम्मीद की जा रही है कि जानवरों की मदद मलेरिया जैसी बीमारी को रोकने और उसके निवारण में ली जा सकती है। हालांकि, यह शोध अभी अपने शुरुआती चरण में है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इससे बीमरियों का पता लगाने के नए तरीके सामने आएंगे। अध्ययन में यह बताया जा चुका है कि जब किसी व्यक्ति को मलेरिया होता है तो उसके शरीर की गंध थोड़ी अलग हो जाती है।
ऐसे में, कुत्तों की मदद से व्यक्ति में मलेरिया के संक्रमण की पहचान की जा सकती है। अफ्रीकी देश जाम्बिया के एक इलाके में बच्चों ने पूरी रात जुराबें पहने रखीं, फिर इन जुराबों को ब्रिटेन भेज दिया गया। भेजे गए 175 जोड़ों में से 30 बच्चों की जुराबों में परजीवियों का संक्रमण पाया गया। दुर्गंधित जुराबों को इंग्लैंड के मिल्टन कींज शहर में मौजूद मेडिकल डिटेक्शन डॉग्स चैरिटी पहुंचाया गया। कुत्तों के पास सूंघने का काफी सेंस बहुत ज्यादा होती है। ये कुत्ते पहले से ही कैंसर और पार्किंसंस जैसी बीमारी के शुरुआती लक्षण पहचनाने के लिए प्रशिक्षित किए गए हैं।