Edited By Tanuja,Updated: 21 Nov, 2019 10:25 AM
अमेरिका में एक सनकी मां ने अपने फोबिया की वजह से 3 मासूम बेटों को मार डाला। मामला अमेरिका के ओहियो का है जहां की रहने वाली ब्रिटनी...
लॉस एंजलिसः अमेरिका में एक सनकी मां ने अपने फोबिया की वजह से 3 मासूम बेटों को मार डाला। मामला अमेरिका के ओहियो का है जहां की रहने वाली ब्रिटनी रेनी पिल्किंगटन (27) को डर था कि कहीं उसके बेटे महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा करने वाले न बन जाएं, इस डर के चलते उसने अपने तीनों मासूम बेटों की हत्या कर डाली। मंगलवार को उसने अदालत में अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को स्वीकार कर लिया। ब्रिटनी ने अपने तीनों बेटों की हत्या अलग-अलग समय पर की थी।
इस अपराध के लिए ब्रिटनी को 37 साल कैद की सजा सुनाई गई है। जज मार्क कॉनोर ने आदेश दिया कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए ब्रिटनी की तीनों मामलों में सजा एक के बाद एक चलेंगी। जानकारी के अनुसार ब्रिटनी का 3 महीने का बेटा नोह अगस्त, 2015 में मृत मिला था। वहीं, 4 साल के बेटे गैविन की मौत अप्रैल, 2015 में हुई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक अन्य मासूम नायल की मौत जुलाई, 2014 में हुई थी। ब्रिटनी ने नोह का शव मिलने के बाद ही अपने तीनों बेटों की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली थी। ब्रिटनी ने पुलिस से कहा था कि वह अवसाद में थीं। उसे लग रहा था कि उसके बच्चे बड़े होकर महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा करेंगे।
ब्रिटनी के साथ 17 साल की उम्र में उसकी मां के बॉयफ्रेंड जोसेफ पिल्किन्गटन ने ही यौन शोषण किया था। 47 साल का जोसेफ उस वक्त ब्रिटनी से उम्र में 20 साल बड़ा था। जोसेफ ने बाद में ब्रिटनी से शादी भी कर ली थी। जोसेफ ने कोर्ट में स्वीकार किया कि उसने शादी से पहले ही नाबालिग ब्रिटनी से संबंध बनाए थे। जोसेफ को हत्या के मामले में संदिग्ध नहीं माना गया है। लोगन काउंटी प्रॉसिक्यूटर ने दावा किया, 'ब्रिटनी ने अपने बेटों की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि उसका पति उसके और उसके बेटों की तरफ बिलकुल ध्यान नहीं देता था।'
बता दें कि शुरुआत में ब्रिटनी ने अपना अपराध स्वीकार नहीं किया था। इस पर सरकारी वकील ने आनुवंशिक परीक्षण कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि इन हत्याओं के लिए आनुवंशिक विकृति जिम्मेदार है। ब्रिटनी के वकील कोर्ट गैटर्डम ने कहा कि ब्रिटनी लंबे वक्त तक यौन हिंसा की शिकार रही थी। इससे उसे उसके परिजन, सोशल सर्विस एजेंसीज और उसका स्कूल भी नहीं उबार पाया। एक जांच में उसका ब्रेन डैमेज होने की बात सामने आई थी। उन्होंने कहा, शुक्र है कि अब वह जेल में बाहरी दुनिया के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित जीवन बिताएगी।उसकी एक वकील टीना मैक्फॉल ने यह भी कहा कि उसे अपने बच्चों के खोने का दुख । वह रोज शोक मनाती है।