Edited By Tanuja,Updated: 09 May, 2020 05:37 PM
ब्राजील देश कोरोना संक्रमण के दुनिया के नए हॉटस्पॉट में से एक बनकर सामने आया है। यहां हर दिन संक्रमण के करीब 10,000 नए केस सामने ...
इंटरनेशनल डेस्कः ब्राजील देश कोरोना संक्रमण के दुनिया के नए हॉटस्पॉट में से एक बनकर सामने आया है। यहां हर दिन संक्रमण के करीब 10,000 नए केस सामने आ रहे हैं। ब्राजील में अभी तक कोरोना के 1,45,800 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जबकि करीब 10,000 लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गई है। बीते 24 घंटे में भी ब्राजील में इस संक्रमण से 800 लोगों की मौत हो गयी है। ब्राजील की स्थिति के बाद वहां के राष्ट्रपति ज़ायर बोलसोनारो सवालों के घेरे में आ गए हैं और उन्हें ही इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।
अपने बेतुके और बयानों और के लिए मशहूर ज़ायर बोलसोनारो से बीते दिनों जब एक रिपोर्टर ने उनसे ब्राजील में बढ़ते कोरोना के मामलों पर सवाल पूछा तो उनका जवाब था- तो क्या? बोलसोनारो लगातार कोरोना वायरस के ख़तरे को मानने से इनकार करते आए हैं और इसको लेकर उनकी काफ़ी आलोचना भी हो रही है। उनके ताज़ा बयान से उनके समर्थकों में भी नाराज़गी देखने को मिल रही है। बीते दिनों उन्होंने के फेसबुक पोस्ट लिखकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) पर भी हमला बोला था। उसका आरोप है कि WHO ब्राजील के युवाओं को समलैंगिकता और मास्टरबेशन की तरफ धकेल रहा है इंपीरियल कॉलेज लंदन के अनुमान के मुताबिक़ कोविड-19 का संक्रमण इन दिनों दुनिया में सबसे तेज़ गति से ब्राज़ील में फैल रहा है।
हालांकि बोलसोनारो कोरोना संक्रमण को मामूली बुख़ार बता चुके हैं।उन्होंने ये भी दावा किया था कि मेरी तरह एथलीट रहे लोगों को वायरस की चपेट में आने पर भी कुछ नहीं होगा। अगर बहुत ख़राब स्थिति हुई तो मामूली बुखार महसूस होगा। वे लगातार सोशल डिस्टेंसिंग का भी उल्लंघन करते आए हैं और लॉकडाउन विरोधी रैलियों में शामिल होते हैं। वो सार्वजनिक जगहों पर हाई प्रोफ़ाइल दौरे कर रहे हैं, समर्थकों से हाथ मिलाते हैं और समर्थकों के साथ सेल्फी लेने के लिए उनके फोन तक पकड़ लेते हैं।
ब्राजील को WHO की तरफ से चेतावनी दिए जाने के बावजूद भी बोलसोनारो ने यहां सख्ती से लॉकडाउन लागू नहीं होने दिया और लगातार लोगों को इसके खिलाफ सड़कों पर इकठ्ठा करते रहे। एक रिपोर्ट के मुताबिक अब ब्राजील के लोगों में राष्ट्रपति के खिलाफ काफी गुस्सा नज़र आ रहा है वे अब उन्हें एक ख़राब और लापरवाह राष्ट्रपति मानने लगे हैं । लोगों का मानना है कि 'बोलसोनारो एक लापरवाह शख्स हैं और उनका बयान ग़ैर-जिम्मेदारी वाला है और हानिकारक है। वो ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उनके किसी अपने की मौत नहीं हुई है, वो इस दुख को समझ नहीं पा रहे हैं। '