Edited By Tanuja,Updated: 09 May, 2022 01:11 PM
पाकिस्तान की कंगाली और ढुलमुल नीतियों के चलते चीन के महत्वकांशी CPEC प्रोजेक्ट को ग्रहण लग चुका है। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा...
पेशावरः पाकिस्तान की कंगाली और ढुलमुल नीतियों के चलते चीन के महत्वकांशी CPEC प्रोजेक्ट को ग्रहण लग चुका है। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) अपनी निर्धारित समयसीमा से पीछे चल रहा है और इसकी 15 परियोजनाओं में से केवल तीन पूरी हुई हैं। रविवार को एक अखबार की खबर में यह दावा किया गया। ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून' अखबार की खबर के अनुसार, 60 अरब डॉलर की लागत वाली CPEC में पाकिस्तान ने अब तक केवल तीन परियोजनाएं पूरी की हैं।
30 करोड़ डॉलर की लागत वाली ये तीन परियोजनाएं ग्वादर में हैं। CPEC के अधिकारियों के हवाले से अखबार ने लिखा कि दो अरब डॉलर लागत की करीब एक दर्जन परियोजनाएं अभी अधूरी हैं जिनमें जलापूर्ति और विद्युत उत्पादन से संबंधित परियोजनाएं भी हैं। यह चीन के उत्तर पश्चिम में शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र को पश्चिमी पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह से जोड़ने वाली 3,000 किलोमीटर लंबी आधारभूत संरचना परियोजना है।
भारतCPECको लेकर चीन के समक्ष आपत्ति व्यक्त करता रहा है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से गुजरेगा। परियोजना की अब तक की समीक्षा के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि ग्वादर में सामाजिक-आर्थिक लाभों से संबंधित सभी काम तय समयसीमा से पीछे चल रहे हैं।