Edited By Tanuja,Updated: 01 May, 2018 03:13 PM
अगले वित्तीय वर्ष के लिए पाकिस्तान सरकार के प्रस्तावित बजट को संसद के उच्च सदन सीनेट में विपक्ष ने अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने प्रस्तावित बजट को खारिज करते हुए चेतावनी दी कि ये विनाशकारी बजट आने वाली सरकार के लिए समस्याएं पैदा करेगा।
इस्लामाबादः अगले वित्तीय वर्ष के लिए पाकिस्तान सरकार के प्रस्तावित बजट को संसद के उच्च सदन सीनेट में विपक्ष ने अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने प्रस्तावित बजट को खारिज करते हुए चेतावनी दी कि ये विनाशकारी बजट आने वाली सरकार के लिए समस्याएं पैदा करेगा।
सदन में विपक्ष की नेता शेरी रहमान ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय वित्त आयोग (एनएफसी) के बिना बजट की प्रस्तुति असंवैधानिक है। उन्होंने यह भी देखा कि निवर्तमान सरकार के पास पूरे साल का बजट पेश करने के लिए कोई कानूनी और नैतिक अधिकार नहीं था। उन्होंने संसद के प्रति सरकार के रवैये (गैर गंभीर दृष्टिकोण) को लेकर भी विरोध जताया। दरअसल, सत्र शुरू होने पर एक भी मंत्री सदन में उपस्थित नहीं था।
उन्होंने सीनेट के अध्यक्ष सादिक सनजरानी को संबोधित करते हुए कहा, 'सीनेट के 104 सदस्यों में से केवल 25 सदन में मौजूद थे, जबकि मंत्री कक्ष में थे। अध्यक्ष साहब, उन लोगों से पूछें जो लोग वोट की पवित्रता की बात करते हैं, उनके मंत्री कहां चले गए। इस बीच प्रधानमंत्री के सलाहकार ने कहा है कि वित्तीय आपातकाल लागू करने का कोई औचित्य नहीं है। शेरी रहमान ने कहा कि पाकिस्तान का भविष्य खतरे में है। उन्होंने इस सरकार और उसके बजट को 'लेम डक बजट' यानी दिवालिया बजट बताया।