Edited By Tanuja,Updated: 19 Apr, 2021 11:10 AM
दुनिया के कई देश जहां कोरोना वायरस के नए वेरियंट के कहर से बेहाल हैं वहीं इसराईल ने एक साल बाद घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया ...
इंटरनेशनल डेस्कः दुनिया के कई देश जहां कोरोना वायरस के नए वेरियंट के कहर से बेहाल हैं वहीं इसराईल ने एक साल बाद घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। इसराईल ने अपनी 80 फीसदी जनता को वैक्सीन लगाने में सफलता के बाद यह कदम उठाया है। इसराईल ने रविवार को मास्क लगाने की अनिवार्यता को खत्म करने का ऐलान किया करते हुए कहा कि इसे इसराईल की कोरोना के खिलाफ जंग में बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद इसराईल में हालात बहुत बदल गए हैं। जनवरी के मध्य में जहां यहां हर दिन 10 हजार नए मामले सामने आ रहे थे वहीं अब प्रतिदिन 200 केस ही सामने आ रहे हैं। इसराईल ने कई प्रतिबंधों में काफी ढील दी है लेकिन इसके बाद भी लोगों में संक्रमण की दर बहुत कम बनी हुई है। हालांकि दुनिया के अन्य देशों से आ रहे लोगों के लिए कड़े प्रतिबंध अभी भी जारी हैं। इसराईल के स्वास्थ्य मंत्री यूली इडेलस्टेइन ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दर वैक्सीन लगाए जाने के बाद बहुत कम हो गई है इसलिए अब प्रतिबंधों में ढील देना संभव हुआ है।'
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी ऑफिसों के अंदर मास्क पहनना अनिवार्य होगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 93 लाख की आबादी में इसराईल ने अब तक 50 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगा दी है। वैक्सीन लगाने की वजह से संक्रमण के कारण मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराए जाने और मौतों का आंकड़ा बहुत कम हो गया है। बता दें कि देश के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फाइजर से मेडिकल डेटा शेयर करने की शर्त पर बड़े पैमाने पर कोरोना वैक्सीन हासिल की थी। इसराईल अब वैक्सीन के प्रभाव का डेटा फाइजर के साथ साझा कर रहा है।