Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Dec, 2017 10:21 PM
चीन ने नियम-कानून के उल्लंघन को लेकर 2015 की शुरुआत से अब तक 13 हजार से अधिक वेबसाइट्स को बंद कर दिया है। सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने बताया कि पांच वर्ष पहले शी जिनपिंग के राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से सरकार ने इंटरनेट पर शिकंजा कसा हुआ है।...
बीजिंग: चीन ने नियम-कानून के उल्लंघन को लेकर 2015 की शुरुआत से अब तक 13 हजार से अधिक वेबसाइट्स को बंद कर दिया है। सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने बताया कि पांच वर्ष पहले शी जिनपिंग के राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से सरकार ने इंटरनेट पर शिकंजा कसा हुआ है। इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रतिबंध तथा कम्युनिस्ट सरकार की आलोचना का मौका नहीं देने की कवायद बताते हुए इसके लिए चीन की कड़ी आलोचना की जाती रही है।
सरकार का कहना है कि सभी देश इंटरनेट सेवाओं का नियमन करते हैं और इसके नियम राष्ट्रीय सुरक्षा एवं सामाजिक स्थिरता के हित में हैं तथा इससे अश्लील और हिंसक सामग्री के प्रचार-प्रसार पर रोक लगती है। शिन्हुआ ने बताया कि 13 हजार से अधिक वेबसाइट्स बंद किए जाने के अलावा विभिन्न प्लेटफॉर्म पर लगभग एक करोड़ अकाउंट भी बंद किए गए।
उसने इस संबंध में कोई विस्तृत ब्योरा नहीं दिया, लेकिन माना जा रहा है कि ये अकाउंट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रहे होंगे। आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि इंटरनेट पर पाबंदी के संबंध में किए गये एक सर्वेक्षण में 90 प्रतिशत से अधिक लोगों ने सरकार के इस कदम का समर्थन किया और 63.5 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हाल के वर्षों में नुकसानदेह ऑनलाइन सामग्री में काफी कमी आई है।