Edited By Tanuja,Updated: 29 Mar, 2020 01:45 PM
इस समय विश्व के हर देश के सामने सबसे बड़ी समस्या कोरोना वायरस के खतरे से निपटना है। पूरी दुनिया के डाक्टर वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए ....
लंदनः इस समय विश्व के हर देश के सामने सबसे बड़ी समस्या कोरोना वायरस के खतरे से निपटना है। पूरी दुनिया के डाक्टर वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रयोग कर रहे हैं। इसी क्रम में ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जल्द वैक्सीन निकालने के प्रयासों के तहत क्लिनिकल ट्रायल के लिए लोगों की तलाश शुरू कर दी है। इस परीक्षण के लिए यूनिवर्सिटी के जेनर इंस्टिट्यूट और ऑक्सफर्ड वैक्सीन ग्रुप ने आपस में हाथ मिलाया है। बता दें कि कोरोना के कारण ब्रिटेन में अब तक 1019 लोगों की मौत हो चुकी है व स चार्ल्स और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के अलावा हेल्थ मिनिस्टर मैट हैनकॉक भी कोरोना वायरस पॉजिटिव आ चुके हैं।
शोधकर्ताओं के इस प्रॉजेक्ट के तहत 510 वॉलंटिअर्स पर अध्ययन किया जाएगा जिन्हें ChAdOx1 SoV-19 इन्जेक्शन दिए जाएंगे या फिर तुलना के लिए नियंत्रित इंजेक्शन लगाए जाएंगे। वैक्सीन डिवेलपमेंट से जुड़े अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने आगामी परीक्षण के लिए इंगलैंड के थेम्स वैली क्षेत्र में शुक्रवार से (18 से 55 साल उम्र के)स्वस्थ स्वयंसेवक चुनने (स्क्रीनिंग) शुरु कर दी है। वहीं, ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के जेन्नर इंस्टीच्यूट के निदेशक प्रफेसर एड्रियन हिल ने कहा, 'ऑक्सफर्ड टीम को जल्द कार्रवाई का अभूतपूर्व अनुभव रहा है जैसा कि 2014 में पश्चिम अफ्रीका में इबोला महामारी के वक्त हुआ। यह उससे भी बड़ी चुनौती है।'ब्रिटेन में कोरोना वायरस के कारण 260 लोगों की मौत होने के साथ कुल मौतों की संख्या 1000 पार कर गई है। अब तक यह एक दिन में यूनाइटेड किंगडम में होने वाली सबसे ज्यादा संख्या रही। अब तक देश में 17,089 लोग कोरोना वायरस टेस्ट के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं।