Edited By Tanuja,Updated: 28 Jul, 2021 12:18 PM
अफगानिस्तान में बढ़ती तालिबानी हिंसा को लेकर अशरफ गनी सरकार और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अफगानिस्तान के ...
इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान में बढ़ती तालिबानी हिंसा को लेकर अशरफ गनी सरकार और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने तालिबान का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान को फिर आड़े हाथों लिया है। सालेह ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ पर भी निशाना साधा। सालेह ने पाकिस्तान को शर्मिंदा करते हुए ट्वीट किया, 'प्रोपेगेंडा स्टंट से हकीकत नहीं बदलेगी और मेरे देश में पाकिस्तान की छवि नहीं सुधरेगी। हकीकत यह है कि पाक सेना मेरे देश में चल रहे आतंकी हमले की साजिश रचने और तालिबान की मदद (हथियार) मुहैया करा रही है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में आतंकी हमलों के पीछे पाकिस्तानी सेना का हाथ है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को 46 अफगान सैनिकों को अफगानिस्तान सुरक्षित पहुंचाया है। पाकिस्तानी सेना ने अफगान सैनिकों के साथ एक क्लिप भी शेयर की थी। इस क्लिप को लेकर ही अमरुल्ला सालेह ने पाकिस्तान पर निशाना साधा। अमरुल्ला सालेह के इस ट्वीट के जवाब में पाकिस्तानी अभिनेत्री शहर शिनवारी ने भड़कते हुए लिखा, भारतीय कठपुतली अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान को अपनी छवि बदलने की जरूरत नहीं है। अफगान के आम लोगों की नजर में पाकिस्तान की छवि पहले से ही बहुत स्पष्ट है। आपके सिपाही भी कह रहे थे "चाय बड़ी मजेदार थी।"
इससे पहले अमरुल्ला सालेह ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए अपने एक बयान में कहा था कि ISI और पाकिस्तानी सेना सभी आंतकी दलों जैसे तालिबान, लश्कर-ए-तैयबा, अल-कायदा और मदरसा वॉलेंटियर्सका जैसे घुसपैठियों को हथियार और गोला-बारूद दे कर सहायता करता है। अगर पाकिस्तानी सेना और ISI से आने वाली फंडिंग को रोक दिया जाये तो तालिबान कुछ ही हफ्तों में अपनी बढ़त को खो देगा। यही नहीं अमरुल्लाह सालेह ने कराची को आतंकियों का सेफ हाउस भी बताया। उन्होंने कहा कि तालिबान वहां के मदरसों में अपनी मुहिम चलाता है और आतंकवादियों को ट्रेनिंग भी वहीं दी जाती है।