Edited By Tanuja,Updated: 20 May, 2018 01:36 PM
पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के 2008 में हुए मुंबई हमलों पर दिए बयान को प्रकाशित करने के बाद सरकार ने देश के कई हिस्सों में सबसे पुराने समाचार पत्र डॉन पर सजा के तौर पर प्रतिबंध लगा दिया है...
इस्लामाबादः पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के 2008 में हुए मुंबई हमलों पर दिए बयान को प्रकाशित करने के बाद सरकार ने देश के कई हिस्सों में सबसे पुराने समाचार पत्र डॉन पर सजा के तौर पर प्रतिबंध लगा दिया है। मीडिया वॉचडॉग के मुताबिक द डॉन को दिए इंटरव्यू में शरीफ ने कहा था कि मुंबई हमले के पीछे पाकिस्तान के आतंकियों का हाथ था।
द डॉन समाचार पत्र ने 12 मई को शरीफ का इंटरव्यू प्रकाशित किया था। इसमें मुंबई हमलों पर दिए बयान से पाक आर्मी नाराज हो गई। इसके बाद 15 मई से देश के कई हिस्सों में इसका वितरण रुकने लगा। संस्था रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर (RSF) ने इस प्रतिबंध की निंदा करते इसे मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया।
RSF के मुताबिक, इस तरह के अनुचित तरीके से जिस तरह पाक आर्मी देश के सबसे स्वतंत्र समाचार पत्र के वितरण को अवरुद्ध कर रही है उससे यह स्पष्ट होता है कि वह खबरों पर नियंत्रण रखना चाहती है। आर्मी के अफसर नहीं चाहते कि आम चुनाव से पहले के महीनों में इस तरह से लोकतांत्रिक बहस हों। आरएसएफ ने बताया कि उन्होंने उच्च अफसरों से स्वतंत्र मीडिया के प्रसार में हस्तक्षेप रोकने और पूरे पाकिस्तान में डॉन के वितरण को बहाल करने के लिए कहा ।