Edited By Tanuja,Updated: 09 Dec, 2018 06:26 PM
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी आगामी 15 दिसम्बर को अफगानिस्तान के दौरे पर जाएंगे। उनकी इस यात्रा का मकसद शीर्ष अफगान नेतृत्व के साथ बातचीत कर युद्ध प्रभावित देश में ‘‘राजनीतिक मेलमिलाप और स्थायी शांति’’ ..
इस्लामाबादः पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी आगामी 15 दिसम्बर को अफगानिस्तान के दौरे पर जाएंगे। उनकी इस यात्रा का मकसद शीर्ष अफगान नेतृत्व के साथ बातचीत कर युद्ध प्रभावित देश में ‘‘राजनीतिक मेलमिलाप और स्थायी शांति’’ लाने की दिशा में प्रयास करना है। कुरैशी ने काबुल जाने का ऐलान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रधानमंत्री इमरान खान को लिखे पत्र के बाद किया ।
इस पत्र में ट्रंप ने पाकिस्तान से कहा था कि वह अफगान शांति वार्ता में उनकी मदद करे और तालिबान को बातचीत की मेज पर लाने में सहायता करे ताकि अफगानिस्तान में बीते 17 साल से चल रहे खूनी युद्ध को खत्म किया जा सके। रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, कुरैशी ने शनिवार को मुल्तान में एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह पाकिस्तान की विदेश नीति की मजबूती है जिसकी वजह से अमेरिका ने अफगानिस्तान मामले में सहायता करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगान नेतृत्व वाली और अफगान शांति प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध है।
विदेश मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान में राजनीतिक सुलह-सहमति और स्थायी शांति पर अफगान नेतृत्व के साथ बातचीत करने के लिए वह 15 दिसंबर को काबुल जाएंगे। अगस्त में पाकिस्तान में तहरीक-ए-इंसाफ सरकार सत्ता में आने के बाद कुरैशी की काबुल की यह दूसरी यात्रा होगी। समारोह को संबोधित करते हुए कुरैशी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारे को खोलने का निर्णय सिख तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए किया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह कदम पाकिस्तान की ओर से शांति और प्यार का संदेश है