Edited By Isha,Updated: 31 May, 2018 03:12 PM
पाकिस्तान के एक मानवाधिकार संगठन ने इंडोनेशिया से मृत्युदंड पाये गंभीर रुप से बीमार एक अभियुक्त को मानवीय आधार पर रिहा करने की अपील की है। मृत्युदंड के विरोधी संगठन ‘द जस्टिस प्रोजेक्ट
इस्लामाबादः पाकिस्तान के एक मानवाधिकार संगठन ने इंडोनेशिया से मृत्युदंड पाये गंभीर रुप से बीमार एक अभियुक्त को मानवीय आधार पर रिहा करने की अपील की है। मृत्युदंड के विरोधी संगठन ‘द जस्टिस प्रोजेक्ट पाकिस्तान’ ने आज एक बयान में कहा कि जकार्ता की एक जेल में बंद 54 वर्षीय जुल्फीकार अली तबीयत बिगडऩे पर शीघ्र ही मर जाएगा। इंडोनेशिया ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अली को नवंबर ,2004 में गिरफ्तार किया गया था।
बाद में वह ड्रग तस्करी के मामले में दोषी पाया गया। इंडोनेशिया में ड्रग तस्करी के अपराध के लिए मौत की सजा का प्रावधान है। जस्टिस प्रोजेक्ट पाकिस्तान का दावा है कि उसकी सुनवाई अनुचित रही और उसे गलत ढंग से दोषी करार दिया गया।इस संगठन की कार्यकारी निदेशक सारा बेलाल ने कहा कि उनका संगठन अली की जान बचा तो नहीं सकता लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं कि वह आजाद व्यक्ति के रुप में अंतिम सांस ले। पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको जोकोवी विदोदो से अली को माफ करने को कहा है।