Edited By Tanuja,Updated: 04 Feb, 2021 12:51 PM
पाक मंत्री का हैरान करने वाला बयान सामने आया है जिससे लगता है कि इस चीन की वैक्सीन पर पाकिस्तानी नेताओं को भरोसा है। पंजाब प्रांत की स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर यास्मीन राशिद ने चीनी वैक्सीन को लेकर कहा है कि यदि कोई वैक्सीन लगवाना चाहता है, तो ..
इस्लामाबादः पाकिस्तान में द बुधवार को देश भर में कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। पाकिस्तान के सभी चारों प्रांतों में एक साथ टीकाकरण शुरू किया गया और तय कार्यक्रम के अनुसार सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जा रहा है। इसके बाद बुजुर्गों को और फिर अन्य लोगों को टीका दिया जाएगा । सोमवार को पाकिस्तान को चीन की ओर से टीके की पांच लाख खुराक दी गई थी। टीकाकरण के राष्ट्रव्यापी अभियान के शुरू होने के बाद सभी चार प्रांतों के प्रमुख शहरों के अलावा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भी टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है।
लेकिन इस बीच एक पाक मंत्री का हैरान करने वाला बयान सामने आया है जिससे लगता है कि इस चीन की वैक्सीन पर पाकिस्तानी नेताओं को भरोसा है। पंजाब प्रांत की स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर यास्मीन राशिद ने चीनी वैक्सीन को लेकर कहा है कि यदि कोई वैक्सीन लगवाना चाहता है, तो बिल्कुल लगवाए, लेकिन वो खुद इसके लिए जिम्मेदार होगा ।यास्मीन राशिद ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के कई साइड इफेक्ट्स हैं और दुनिया में कुछ लोगों की इसकी वजह से मौत भी हुई है, इसलिए लोगों को अपने रिस्क पर वैक्सीन लगवानी चाहिए। राशिद प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी PTI की वरिष्ठ नेता हैं और उनकी सलाहकार भी रह चुकी हैं। फिलहाल, वे देश के सबसे बड़े राज्य पंजाब के स्वास्थ्य मंत्रालय को संभाल रही हैं। खुद डॉक्टर होते हुए उनका ये बयान साफ दर्शाता है कि पाकिस्तान को चीन की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है।
हालांकि इससे पहले टीकाकरण अभियान की शुरुआत के दौरान योजना मंत्री असद उमर ने कहा कि एक साथ शुरू हुए टीकाकरण से संयुक्त रूप से राष्ट्रीय स्तर पर किए गए प्रयास का पता चलता है। स्वास्थ्य सलाहकार डॉ फैसल सुल्तान ने इस मौके पर कहा कि चीन की साइनोफर्म प्रभावी सिद्ध हुई है। उन्होंने कहा, “मैं आपको साइनोफर्म टीके के बारे में बताना चाहता हूं कि यह 79 से 86 प्रतिशत तक प्रभावी है।” उन्होंने कहा कि साल के अंत तक देश की 70 फीसदी जनसंख्या को टीका लग जाएगा।