Edited By Yaspal,Updated: 29 Feb, 2020 06:40 PM
भारत हमेशा ही पाकिस्तान को आतंक का केंद्र बताता रहा है। अब पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों ने भी इसकी पुष्टि करते हुए जेनेवा स्थिति यूएन ऑफिस के बाहर पाकिस्तानी आर्मी के खिलाफ पोस्टर लगाए हैं। इन पोस्टर्स में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ गंभीर...
इंटरनेशनल डेस्कः भारत हमेशा ही पाकिस्तान को आतंक का केंद्र बताता रहा है। अब पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों ने भी इसकी पुष्टि करते हुए जेनेवा स्थिति यूएन ऑफिस के बाहर पाकिस्तानी आर्मी के खिलाफ पोस्टर लगाए हैं। इन पोस्टर्स में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह पोस्टर उस वक्त नजर आए, जब यूनाइटेड नेशन्स ह्यूमन राइट्स काउंसिल (UNHRC) का 43वां सेशन जारी है। इन बैनर/ पोस्टर में लिखा गया है कि ‘पाक आर्मी’ अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का केंद्र है।“ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विरोध प्रदर्शन पाकिस्तान में रहने वाले बलूच और पश्तून प्रदर्शनकारियों द्वारा किया गया है।
यूनाइटेड नेशन के दफ्तर के बाहर किए गए इस प्रदर्शन में पाकिस्तानी आर्मी पर आतंकवाद को पोषित करने का आरोप लगाया गया है। प्रदर्शनकारियों ने UN से मांग की है कि उसे पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए आतंकवाद को बढ़ावा देने से रोकना चाहिए। इसके साथ ही इलाकों में कानून स्थापित कराने की कोशिश करना चाहिए।
यह प्रदर्शन उस वक्त सामने आया है जब शुक्रवार को भारत ने पाकिस्तान के आला नेताओं को आतंकवादियों के लिए टेरर फंडिंग रोकने और पाक की जमीन पर आतंकवादियों को बढ़ाने से रोकने की नसीहत दी थी। भारत का यह बयान आतंकवाद के लिए फंडिंग करने पर नजर रखने वाली संस्था Financial Action Task Force यानी FATF को ग्रे लिस्ट में बरकरार रखने के निर्णय के एक हफ्ते बाद सामने आया था।
भारत ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की खराब हालत को भी उजागर किया था। इसके लिए पाकिस्तानी सरकार की कार्यशैली पर सवाल भी खड़े किए गए थे।
पाकिस्तान में कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं जिसमें अन्य धर्मों की लड़कियों का अपहरण कर उन्हें जबरन इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इतना ही नहीं अपने से दोगुना से ज्यादा उम्र के आदमियों से इन लड़कियों की शादी कराई जा रही है। हाल ही में एक हिंदू नाबालिग लड़की के साथ ऐसी ही घटना होने के बाद भी विदेश में पाकिस्तानी सामाजिक कार्यकर्ताओं और भारतीयों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था।