Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Jan, 2018 12:25 PM
पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता रोकने से चीन से उसकी करीबियां बढ़ जाएगी जैसे कयासों को कोई तवज्जो नहीं देते हुए अमेरिका ने कहा कि दोनों देशों के साथ पाकिस्तान के संबंध भिन्न हैं। विदेश विभाग के एक अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि मेरा मानना है कि...
वाशिंगटन: पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता रोकने से चीन से उसकी करीबियां बढ़ जाएगी जैसे कयासों को कोई तवज्जो नहीं देते हुए अमेरिका ने कहा कि दोनों देशों के साथ पाकिस्तान के संबंध भिन्न हैं। विदेश विभाग के एक अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि मेरा मानना है कि पाकिस्तान दोनों देशों के साथ मजबूत संबंध बनाना चाहते हैं। लेकिन यह जरुरी नहीं कि जो अमेरिका से मिलेगा वहीं उन्हें चीन से मिलेगा।
पाक और चीन के रिश्ते से अमेरिका को नहीं कोई दिक्कत
अधिकारी ने कहा कि हमारे पास यह क्षमता नहीं है कि हम बैंकों और कंपनियों को पाकिस्तान में 55 अरब डॉलर निवेश करने के निर्देश दें। लेकिन साथ ही चीन के पास भी यह क्षमता नहीं है कि वह दुनिया को सर्वोच्च गुणवत्ता के सैन्य उपकरण मुहैया कराएं। अधिकारी इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि अमेरिका के हालिया कदम से पाकिस्तान की नजदीकियां चीन के साथ बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि हमें पाकिस्तान और चीन के रिश्ते से कोई दिक्कत नहीं है। चीन ने काफी निवेश किया हुआ है तथा उसकी और निवेश करने की योजना है।
पाकिस्तान को आर्थिक विकास की जरुरत
अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान को आर्थिक विकास और आर्थिक वृद्धि की जरुरत है। अगर चीन सक्षम है तो वह पाकिस्तान की स्थिरता, सुरक्षा तथा आर्थिक संपन्नता में योगदान देगा। उन्होंने पाकिस्तान और चीन के लंबे और बेहद मजबूत संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि ये संबंध अमेरिका पाक संबंध की कीमत पर नहीं बने हैं। विदेश विभाग के अधिकारी ने कहा कि मुझे लगता है कि पाकिस्तान स्पष्ट रूप से हमारे संबंध समझता है और हम अंतरर्राष्ट्रीय तौर पर क्या सामने रख रहे हैं वह चीन से अलग है। वे चीन और अमेरिका के बीच किसी एक को चुनना नहीं चाहेंगे तथा वह दोनों देशों के साथ मजबूत संबंध चाहते हैं।