Edited By Tanuja,Updated: 07 Jun, 2022 03:48 PM
अफगानिस्तान में बीते 16 अप्रैल को पाकिस्तान के हवाई हमले ने दोनों देशों के बीच एक राजनयिक विवाद पैदा कर दिया है। अफगान डायस्पोरा नेटवर्क में...
काबुल: अफगानिस्तान में बीते 16 अप्रैल को पाकिस्तान के हवाई हमले ने दोनों देशों के बीच एक राजनयिक विवाद पैदा कर दिया है। अफगान डायस्पोरा नेटवर्क में हामिद पख्तीन ने लिखा कि पाक के हवाई हमले अंतर्राष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है जिस कारण दोनों देशों के बीच राजनयिक विवाद गहरा गया है । हामिद पख्तीन के अनुसार ये हवाई हमले तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) या पाकिस्तानी तालिबान के 'हिंसक कृत्यों' के प्रतिशोध में किए गए थे।
पाकिस्तान की इस अचानक कार्रवाई में 45 लोग मारे गए थे, जिनमें 20 बच्चे शामिल थे। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने हवाई हमले की कड़ी निंदा की और काबुल में पाकिस्तान के राजदूत को उसे एक आपत्तिपत्र सौंपने के लिए सम्मन जारी किया। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के स्थायी मिशन के प्रभारी नसीर अहमद फैक ने सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को लिखा कि अफगानिस्तान के अंदर पाकिस्तानी वायु सेना के हवाई हमले 'अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ आक्रामकता' है।
हैरानी की बात यह है कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान संबंधों का यह नवीनतम घटनाक्रम तब आया जब अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के बाद तालिबान को पाकिस्तानी प्रतिष्ठान सरकार गठन को अंतिम रूप देने में मदद कर रहा था।