Edited By shukdev,Updated: 06 Dec, 2018 07:06 PM
पाकिस्तान 18 अंतरराष्ट्रीय एनजीओ की देश में ठहरने की अंतिम अपील खारिज करते हुए उन्हें निष्कासित कर रहा है। इस पर एक एनजीओ ने वीरवार को कहा कि इस कदम से लाखों गरीब पाकिस्तानियों पर असर पड़ेगा और पाकिस्तान लाखों अरब डालर की सहायता से वंचित हो जाएगा।...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान 18 अंतरराष्ट्रीय एनजीओ की देश में ठहरने की अंतिम अपील खारिज करते हुए उन्हें निष्कासित कर रहा है। इस पर एक एनजीओ ने वीरवार को कहा कि इस कदम से लाखों गरीब पाकिस्तानियों पर असर पड़ेगा और पाकिस्तान लाखों अरब डालर की सहायता से वंचित हो जाएगा। एपी को उपलब्ध सरकारी सूची के अनुसार इनमें से ज्यादातर एनजीओ अमरीका के हैं और बाकी ब्रिटेन एवं यूरोपीय संघ के हैं। बीस अन्य एनजीओ पर भी निष्कासन की तलवार लटक रही है क्योंकि प्रशासन ने कुछ महीने पहले बिना कोई स्पष्टीकरण दिए 38 अंतरराष्ट्रीय सहायता संगठनों (एनजीओ) पर ताला लगाने का फैसला किया था।
यह पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय संगठनों पर व्यवस्थित कार्रवाई का हिस्सा है। प्रशासन उन पर वीजा पंजीकरण दस्तावेज में गड़बड़ी समेत विभिन्न आरोप लगा रहा है। पाकिस्तान में एक धारणा यह भी है कि अमरीका और यूरोपीय देशों ने इन एनजीओ के कर्मियों की आड़ में पाकिस्तान में गुपचुप तरीके से जासूस भेजे हैं।
वीरवार को पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन माजरी ने ट्वीट किया कि 18 संगठनों को दुष्प्रचार करने को लेकर देश छोडऩे को कहा गया है। पंद्रह एनजीओ का प्रतिनिधित्व करने वाले पाकिस्तान ह्यूमैनटेरियन फाउंडेशन के प्रवक्ता उमैर हसन ने कहा कि ये संगठन अकेले 1.10 करोड़ लोगों की सहायता कर रहे हैं और 13 करोड़ डॉलर से अधिक की सहायता पहुंचा रहे हैं।