Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Feb, 2018 01:14 PM
पेरिस में होने जा रही फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक में पाकिस्तान को अपने खिलाफ बड़ी कार्रवाई का खौफ सता रहा है।
इस्लामाबादः पेरिस में होने जा रही फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक में पाकिस्तान को अपने खिलाफ बड़ी कार्रवाई का खौफ सता रहा है। अंतरराष्ट्रीय दबाव व कार्रवाई के खतरे के कारण पाकिस्तान ने एक बार फिर मुंबई हमले के मास्टरमाइंड खूंखार आतंकी हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक सईद द्वारा संचालित मदरसों और स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्रवाई की जा रही है। पंजाब सरकार के आदेश के बाद रावलपिंडी के जिला प्रशासन ने सईद से संबद्ध जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन द्वारा संचालित एक मदरसा और चार डिस्पेंसरियों का नियंत्रण ले लिया है। डॉन अखबार के अनुसार मदरसे का जिम्मा औकाफ विभाग को सौंप दिया गया, जो धार्मिक संपत्तियों को नियंत्रित करता है।
प्रांतीय सरकार ने पिछले शुक्रवार को औकाफ विभाग को मदरसों का नियंत्रण अपने हाथ में लेने का आदेश दिया था। जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रांतीय सरकार ने रावलपिंडी में चार मदरसों की एक सूची जिला प्रशासन को सौंपी है। जिला प्रशासन की टीमें इन मदरसों में गई, लेकिन जमात ने इन मदरसों के साथ कोई संबंध होने से इन्कार किया है। ऐसा ही अभियान अटक, चकवाल और झेलम जिलों भी चलाया जाएगा।
बता दें कि पिछले महीने ही संयुक्त राष्ट्र दल ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की प्रगति का जायजा लेने के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था, जिन पर इसने प्रतिबंध लगाया है। पाकिस्तान को पिछली बार फरवरी 2012 में डाला गया था एफएटीएफ की सूची में और वह तीन साल तक इसमें रहा था।