Edited By Ashish panwar,Updated: 26 Jan, 2020 08:40 PM
कोरोना वायरस की दहशत पूरी दुनिया में तेजी से फैल रही है। अब पाकिस्तान में भी इस वायरस के कारण लोग डरे हुए हैं। पाकिस्तान के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ ने बताया कि बीमारी का लक्षण दिखने के बाद मुल्तान और लाहौर में चार चीनी नागरिकों को अस्पताल...
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस की दहशत पूरी दुनिया में तेजी से फैल रही है। अब पाकिस्तान में भी इस वायरस के कारण लोग डरे हुए हैं। पाकिस्तान के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ ने बताया कि बीमारी का लक्षण दिखने के बाद मुल्तान और लाहौर में चार चीनी नागरिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पाकिस्तानियों में दहशत को देखते हुए एनआइएच ने बयान जारी कर कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अभी तक कोई भी पुष्ट केस सामने नहीं आया है। एनआइएच प्रमुख मेजर जनरल आमेर इकराम ने बताया कि जुकाम, बुखार और खांसी के लक्षण देखे जाने के बाद मुल्तान के निश्तर अस्पताल में एक मरीज को भर्ती कराया गया है।
हालांकि, आईसीयू में उसकी हालत स्थिर है। पाकिस्तान में खौफ की एक दूसरी और माकूल वजह भी है। 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक, मुल्क में कोई भी ऐसी लैब नहीं है जहां कोरोना वायरस के मामलों की पहचान की जा सके। यही कारण है कि मरीजों के खून के नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए चीन भेजा गया है। रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि संदिग्ध मरीज चीन से दुबई और उसके बाद 21 जनवरी को कराची पहुंचा था। कराची से उसने मुल्तान की फ्लाइट पकड़ी थी। वहीं लाहौर में तीन चीनी नागरिकों को सर्विस अस्पताल के आइसीयू में भर्ती कराया गया है। सूत्रों ने बताया कि उक्त तीनों मरीज चीन के वुहान से पाकिस्तान आए हैं जहां से यह बीमारी फैलनी शुरू हुई थी।