Edited By Tanuja,Updated: 23 May, 2021 06:10 PM
पाकिस्तान में महंगाई की मार झेल रही जनता को इमरान सरकार ने नया झटका दिया है। तेल की कीमतों, दैनिक उपयोग की वस्तुओं और फूड आइटम्स के दामों में बढ़ोतरी...
पेशावरः पाकिस्तान में महंगाई की मार झेल रही जनता को इमरान सरकार ने नया झटका दिया है। तेल की कीमतों, दैनिक उपयोग की वस्तुओं और फूड आइटम्स के दामों में बढ़ोतरी से त्रस्त जनता पर नया पाकिस्तान का दावा करने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने एक और हथौड़ा दे मारा है। संघीय कैबिनेट ने अब बिजली शुल्क बढ़ाने का फैसला लिया ।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने बिजली की दर 1.72 पर यूनिट बढ़ा दी है। इस फैसले पर शुक्रवार को कैबिनेट ने भी मुहर लगा दी है। पाकिस्तानी कैबिनेट ने वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में 82 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि को मंजूरी दी है। वहीं, इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सरकार ने समायोजन के लिहाज से प्रति यूनिट 90 पैसे की बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी।
द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, बिजली टैरिफ में वृद्धि अक्टूबर 2021 से लागू की जाएगी। गौरतलब है कि इससे पहले मार्च 2021 में नेशनल इलेक्ट्रिक पावर रेगुलेटरी अथॉरिटी (नेप्रा) ने बिजली दर में 89 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की अधिसूचना जारी की थी। विवरण के अनुसार, लगभग 6.9 बिलियन रुपये अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न करने के लिए दरों में वृद्धि की गई थी। द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, नेप्रा ने 25 फरवरी को सेंट्रल पावर परचेज एजेंसी (सीसीपीए) के बिजली की दर में वृद्धि के अनुरोध पर एक जन सुनवाई की थी।