Edited By Tanuja,Updated: 12 May, 2018 10:31 AM
आतंकवाद रोकने के मुद्दे पर लगता है अमरीका का पाकिस्तान पर कोई दबाव काम नहीं कर रहा है। अमरीका द्वारा पाक राजनयिकों पर यात्रा प्रतिबंध लागू करने के बाद पाक ने भी बदले की तर्ज पर मुहंतोड़ तोड़ जबाव देते हुए शुक्रवार को देश में अमरीकी राजनयिकों पर...
इस्लामाबादः आतंकवाद रोकने के मुद्दे पर लगता है अमरीका का पाकिस्तान पर कोई दबाव काम नहीं कर रहा है। अमरीका द्वारा पाक राजनयिकों पर यात्रा प्रतिबंध लागू करने के बाद पाक ने भी बदले की तर्ज पर मुहंतोड़ तोड़ जबाव देते हुए शुक्रवार को देश में अमरीकी राजनयिकों पर पारस्परिक यात्रा प्रतिबंध लगा दिए। अमरीका में पाक राजनयिकों पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध शुक्रवार से ही लागू हो रहे हैं। पाक विशेषज्ञों ने माना कि इससे पहले पाक-अमरीकी रिश्ते कभी इतने बुरे नहीं रहे जितने इन प्रतिबंधों के लागू होने के बाद खराब होने का संकेत दे रहे हैं।
इस्लामाबाद में बृहस्पतिवार को एक मंत्रालय स्तरीय अधिसूचना जारी करते हुए अमरीकी दूतावास को बता दिया गया था कि अमरीकी प्रतिबंध लागू होने के तुरंत बाद पाक में भी ये प्रतिबंध लागू माने जाएंगे। इसके साथ-साथ पाक हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर अमरीकी राजनयिक कार्गो को भी विएना संधि के अनुच्छेद 27 के मुताबिक जांच में छूट नहीं दी जाएगी। अधिसूचना में कहा गया है कि विदेशी राजनयिकों व पाक अधिकारियों के बीच वार्ता नियंत्रण वाले नियम भी प्रभावित हो जाएंगे।
अधिसूचना में अमरीकी राजनयिकों को दी गई सात सुविधाएं वापस ले ली गई हैं। इनमें अधिकृत वाहनों पर गैर-राजनयिक नंबर प्लेटों का उपयोग, एक से अधिक पासपोर्ट और ओवरशूटिंग वीजा अवधि का उपयोग शामिल है। अमेरिकी दूतावास अब पाक में न तो वाहनों पर टिंटेड विंडो का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे और न ही बायोमेट्रिक सत्यापित सिम के बिना उसका प्रयोग कर पाएंगे। पाक स्थित अमेरिकी दूतावास को अब आवास पर रेडियो संचार स्थापित करने या संपत्ति किराए पर लेने अथवा किसी एक संपत्ति से दूसरी में जाने के लिए भी मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होगा।
इससे पहले अमरीका के ट्रंप प्रशासन ने पाक राजनयिकों पर वाशिंगटन स्थित दूतावास या अन्य अमरीकी शहरों के वाणिज्यिक दूतावासों के 40 किलोमीटर तक यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। यानी पाक राजनयिकों को अमरीका में 40 किलोमीटर या अधिक दूरी की यात्रा के लिए अनुमति लेना जरूरी कर दिया। पहले यह प्रतिबंध एक मई से लागू होने थे लेकिन बाद में इन्हें 11 मई तक स्थगित कर दिया गया था। अमरीका में पाक राजदूत एजाज चौधरी ने कहा कि मेरे विचार से अमरीका का फैसला सही नहीं है।