Edited By Anil dev,Updated: 30 Apr, 2019 05:51 PM
चीन ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के प्रस्ताव को लेकर अब नरमी के संकेत दिए हैं। चीन ने मंगलवार को कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्टू द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल...
बीजिंग: चीन ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के प्रस्ताव को लेकर अब नरमी के संकेत दिए हैं। चीन ने मंगलवार को कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्टू द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे का उचित समाधान निकाला जाएगा, लेकिन उसने कोई समयसीमा नहीं बताई। कुछ दिन पहले यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद चीन का यह रुख आया है।
चीन ने पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख पर प्रतिबंध लगाने के एक नए प्रस्ताव पर मार्च में तकनीकी रोक लगा दी थी। जैश ने पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। चीन ने अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित करने के चौथे प्रयास पर रोक लगा दी। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां मीडिया ब्रीफिंग में कहा, मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मुझे भरोसा है कि उचित तरीके से इसका समाधान निकलेगा।
वह इन खबरों के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे कि चीन ने अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत सूचीबद्ध करने के फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका के एक ताजा प्रस्ताव पर तकनीकी रोक हटाने पर समिति जता दी है। इस बार अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मुद्दे को सीधे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जा कर बीजिंग पर दबाव बढ़ा दिया है।
लगातार रोड़ा अटकाता रहा है चीन
गौरतलब है कि पिछले महीने चीन ने मसूद पर प्रतिबंध के ताजा प्रस्ताव का विरोध किया था। यह चौथा मौका था जब चीन ने रोड़ा अटकाया था। यह प्रस्ताव फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन ने दिया था, जिसमें मसूद को यूएनएससी की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के प्रावधानों के तहत प्रतिबंध लगाने की बात कही गई थी।